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32 सालों में चुराई कुल 6,000 कारें, भारत के सबसे बड़े वाहन चोर की कहानी, पढ़ें | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | आरोपी अनिल चौहान असम का निवासी है। आरोपी के खिलाफ दिल्ली, यूपी, हरियाणा और असम समेत बाकी राज्यों में कुल 181 मामले दर्ज हैं। खास बात यह है कि इसमें से 146 मामले अकेले दिल्ली में ही दर्ज हैं। आरोपी हथियार और गैंडे के सींग की तस्करी भी करता है। वर्ष 2015 में अनिल को असम पुलिस ने तत्कालीन विधायक रूमी नाथ के साथ गिरफ्तार किया था।

 

दिल्ली पुलिस सेंट्रल की डीसीपी ने बताया कि 5000-6000 गाड़ियों को चोरी करने वाले चोर अनिल चौहान के अपराध के पीछे के तौर-तरीकों की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि चोर अनिल से जुड़े सिंडिकेट की भी जांच की जा रही है।

 

डीसीपी ने बताया कि ED ने चोर अनिल चौहान की संपत्ति को जब्त कर लिया है। आरोपी हथियार और गैंडे के सींग की भी तस्करी करता था। उसके पास से अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं। चोर अनिल चौहान के खिलाफ दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा और असम में कई मामले में केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी रोज कार चुराता था। पुलिस ने बताया कि अनिल चौहान सन् 1990 से गाड़ियां चुरा रहा है। अब तक वो लगभग 5000-6000 गाड़ियां चुरा चुका है। वो हथियारों और गैंडे के सींग की भी तस्करी करता था।

 

राजनीतिक पहुंच की वजह से अनिल असम का क्लास वन सरकारी कांट्रेक्टर भी रहा है। उसके खिलाफ वर्ष 2015 में ही ईडी ने भी मामला दर्ज कर इसकी सारी संपत्ति को जब्त कर लिया था। डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि सूचना के आधार पर आरोपी को देशबंधु गुप्ता रोड इलाके से गिरफ्तार किया गया।

 

90 के दशक में की थी चोरी की शुरुआत

 

पुलिस ने इसकी निशानदेही पर 5 पिस्टल, 5 तमंचे और चोरी की 1 कार भी बरामद की। आरोपी ने दिल्ली से बारहवीं करने के बाद वर्ष 90 के दशक में वाहन चोरी करना शुरू कर दिया था। कई बार वह पुलिस पर गोली चलाकर फरार भी हुआ। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन के एक मामले में आरोपी को 5 साल की सजा भी हुई थी। दिल्ली पुलिस से बचने के लिए आरोपी असम चला गया था।

 

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