और मुस्कुराती है ये ज़मीं…

🔊 Listen to this ©गायकवाड विलास परिचय- मिलिंद महाविद्यालय लातूर, महाराष्ट्र   रोशन हुआ है ये आसमां चांद सितारों से, और महकती है ये ज़मीं खिलती कलियों से।   चांद और तारे भी इस जिंदगी का इक सहारा है, सुख-दुखों के पलों में जैसे कोई आशाओं का किनारा है।   जब-जब हम हुए उदास,चांद तारों … Continue reading और मुस्कुराती है ये ज़मीं…