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सेटेलाइट तस्वीरों से हुआ बड़ा खुलासा: रूस के नौसेना बेस की सुरक्षा कर रही हैं डॉलफिन मछलियां | ऑनलाइन बुलेटिन

मॉस्को | [वर्ल्ड बुलेटिन] | सेवेस्तापोल नेवल बेस पर रूस के अत्याधुनिक जहाज खड़े हैं। हालांकि ये सभी जहाज यूक्रेन के पास मौजूद मिसाइल रेंज से काफी दूर हैं इसलिए रूस को शक है कि यूक्रेन पानी के भीतर से सेवेस्तापोल पर खड़े रूसी जहाजों को निशाना बना सकता है।

 

रूस ने अपने नौसेना के अड्डों की रक्षा के लिए ब्लैक सी में डॉलफिन को तैनात किया है। ये डॉलफिन इतनी ट्रेंड हैं कि ये ना सिर्फ खतरे को भांप सकती है बल्कि जवाबी हमला भी कर सकती हैं। इन मछलियों की ऐसी ट्रेनिंग कराई गई है जिससे ये समंदर के नीचे से होने वाले किसी भी हमले का पता लगा सकती हैं और कमांड को अलर्ट कर सकती हैं। ये डॉलफिन दिन रात रूसी नौसेना बेस की सुरक्षा कर रही है।

 

अमेरिका के नेवल इंस्टीट्यूट (USNI) ने कुछ सैलेटाइट तस्वीरें जारी की है जिसमें ये डॉलफिन रूसी नौसेना पोत सेवेस्तापोल की रक्षा करती हुई नजर आ रही हैं। सेवेस्तापोल रूस के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण नौसेना बेस है। यही नहीं काले सागर में सेवेस्तापोत नेवल बेस की महत्वपूर्ण सामरिक भूमिका है।

 

रिपोर्ट के मुताबिक रूस इन डॉलफिन का इस्तेमाल यूक्रेन के अंडर वॉटर हमले को रोकने के लिए कर रहा है क्योंकि रूस भी इस बात को जानता है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सेवेस्तापोल रूस-यूक्रेन युद्ध का चेहरा बदल सकता है। इसलिए सेवेस्तापोल को यूक्रेन के अंडर वॉटर हमले से बचाने के लिए रूस इन डॉलफिन मछलियों का इस्तेमाल कर रहा है। गौरतलब है कि अमेरिका और रूस पहले भी समुंद्री सीमा और युद्ध पोतों की रक्षा के लिए समुंद्री जीवों को ट्रेनिंग देने के काम कर चुका है।

 

गौरतलब है कि इस महीने की शुरूआत में ही यूक्रेन ने रूस के आधुनिक युद्धपोतक जहाज मारकोवा को मिसाइल हमले में डुबो दिया था। तब से रूस अपनी सामरिक रक्षा पर काफी ध्यान दे रहा है।

 

 


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