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बिलासपुर रेलवे ने पार्सल के लिए दीवार तोड़कर बनाया वैकल्पिक रास्ता | newsforum

बिलासपुर | जोनल स्टेशन स्थित पार्सल कार्यालय में अब पार्सल लाने और ले जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस समस्या से निजात पाने रेलवे ने दीवार तोड़कर हल ढूंढने में बड़ी सफलता पाई है। इससे रैंप के सहारे सीधे आवक कार्यालय तक पार्सल पहुंच पाएगा। इससे पहले रास्ता संकरा होने के कारण ठेले समेत अन्य पार्सल पलट जाया करता था। इसके कारण दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई थी।

 

बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 से लगा हुआ पार्सल कार्यालय है। यहां दो शाखा है। एक जावक और दूसरा आवक। पहले इसके लिए एक रैंप हुआ करता था। जिसके सहारे सीधे- सीधे पार्सल दोनों शाखाओं में पहुंच जाया करता था, लेकिन जब से कार्यालय से सटाकर फुट ओवरब्रिज, लिफ्ट व चलित सीढ़ी का निर्माण शुरू हुआ है। रैंप का रास्ता बंद हो गया। एक छोटे रैंप से पार्सल को लाना और यहां से ट्रेन तक पहुंचना पड़ रहा था।

 

इंजीनियरिंग व कमर्शियल विभाग

 

ढाल की वजह से और आगे संकरा रास्ता होने के कारण ठेले समेत अक्सर पार्सल गिर जाया करते थे। इसके चलते नुकसान भी होता था। पार्सल विभाग ने इस समस्या से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया और उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की। इस पर इंजीनियरिंग व कमर्शियल विभाग को सर्वे कर नई व्यवस्था बनाने के लिए कहा गया था।

 

सर्वे के दौरान यह विकल्प ढूंढा गया कि यदि आवक-जावक कार्यालय की दीवार तोड़ दी जाती है तो रैंप से सीधे पार्सल कार्यालय के अंदर आ जाएगा। इससे किसी को परेशानी भी नहीं होगी। इस पर सभी की सहमति बनी और दीवार को तोड़ दिया गया है। हालांकि काम अभी चालू है। पर इस एक दीवार को तोड़ने से काफी हद तक परेशानी दूर हो गई है। हालांकि जावक शाखा में पार्सल पहुंचाने थोड़ी दिक्कत अभी भी हो रही है, लेकिन पहले से राहत है।

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©बिलासपुर से शैलेन्द्र बंजारे की रपट


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