लेकिन ऐसा क्यों…

🔊 Listen to this ©राजेश कुमार बौद्ध परिचय- संपादक, प्रबुद्ध वैलफेयर सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश    तुम जब नकारते हो अम्बेडकरवादी साहित्य को, तब हम बहस करने के लिए तैयार हो जाते हैं। जब हम नकारते हैं तुम्हारे सभी साहित्य को और तुम्हारे जातिवादी साहित्यकारों, हाय तौबा क्यों मच जाता है। तुम बहस करने के … Continue reading लेकिन ऐसा क्यों…