कुर्सी का खेल…

🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.   जमीन पर बैठने वाले मानव, चटाई पर बैठने लगे हैं आज। छोटी सी तिपाई पर बैठने वाले, कुर्सी पर बैठे कर रहे हैं राज।।   राजा जनता, प्रजा बन गयी, आज सेवक बन गया राजा। प्रजा तरस रही दाने-दाने को, राजा खा रहा पेट … Continue reading कुर्सी का खेल…