चंचल चोर…

🔊 Listen to this ©प्रीति विश्वकर्मा, ‘वर्तिका’,  परिचय- प्रयागराज, उत्तर प्रदेश.   श्याम सुंदर, मुरली मनोहर, तू बड़ा चंचल चोर है। कटि कारी करधन है पड़ी, शीर्ष उसके पंखमोर है।   टोली में हर घर में घुसे, माखन, दही खाता चुरा, मटकी में कुछ बचता नही, चारो तरफ ये शोर है।।   मुरली मधुर मदमस्त … Continue reading चंचल चोर…