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तन और मन दोनो स्वस्थ्य होने से हम किसी भी विपरीत परिस्थति का कर सकते हैं सामना , मुख्यमंत्री भूपेश बघेल | Newsforum

रायपुर |  मुख्यमंत्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि योग हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से योग करने वाले हमेशा निरोगी रहते है और कोरोना काल में यह स्पष्ट हो गया है कि केवल धन -संपदा ही महत्वपूर्ण नही है, बल्कि स्वस्थ्य तन और स्वस्थ्य मन दोनो की आवश्यकता होती है। इसलिए तंदुरूस्त रहने के लिए नियमित योग बहुत जरूरी है। योग हमारी प्राचीन परंपरा है। हमारे ऋषि-मुनियों ने इसके महत्व बहुत पहले से ही जान लिया था इसलिए योग नियमित करते थे। बीच मे हम सब भौतिक भाग-दौड़ में इसे भूल गए थे। लेकिन कोरोना काल ने हम सब को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया और ऐसे समय में यदि हम सब नियमित रूप से योग करें तो तन भी स्वस्थ्य रहेगा और मन भी स्वस्थ्य रहेगा। आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी। इसलिए योग नियमित करें, इसका लाभ उठाएं। पूरे परिवार सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोग इसे अपनाएं। बघेल ने कहा कि तन और मन दोनो स्वस्थ्य रहेंगे तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में प्रातः योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए योग को अपने दिनचर्या में इसे अनिवार्य रूप से शामिल करने की अपील की।



मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमने सिर्फ भौतिक साधनों को ही सफलता का पैमाना मान लिया है, जबकि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के बिना हर सफलता अधूरी है। कोरोना-संकट के इस दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ शासन ने वर्चुअल माध्यम से योग के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की है, इसका लाभ अवश्य उठाएं। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य में वर्चुअल योग मैराथन का आयोजन हुआ। इसमें भाग लेने के लिए 10 लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है। वर्चुअल योग मैराथन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर लाखों लोगों ने भाग लिया औरयोग को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने निवास में किया योगाभ्यास

 

कोरोना-संकट के इस दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई

©मस्तूरी से राम गोपाल भार्गव की रपट


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