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भीम आर्मी के प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार जांगड़े पहुंचे बठेना, सरकार से की CBI जांच की मांग | newsforum

रायपुर | मुख्यमंत्री विधानसभा क्षेत्र पाटन में मौत की खबर पर भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े टीम के साथ 7 मार्च 2021 को ग्राम बठेना पहुंचे। ग्राम बठेना जहां बीती 6 मार्च 2021 की रात एक ही परिवार के 5 सदस्य रामब्रिज गायकवाड़, पत्नी जानकी बाई गायकवाड़, पुत्र संजू गायकवाड़, पुत्री दुर्गा गायकवाड़ व ज्योति गायकवाड़ की मौत हो गई थी। हादसे के बाद परिवार में अब एक भी सदस्य जीवित नहीं बचा है।

भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े ने मृतकों के रायपुर के रिश्तेदारों से बातचीत कर मालूम किया तो उन्होंने बताया कि कोई पिता अपनी पत्नी, बेटा-बेटियों, परिवार के 5 सदस्य को एकसाथ नहीं मार सकता। यह हत्या है और आस-पास के गांव के लोगों को पता किया तो बताया कि बहुत अच्छे लोग थे। साग-भाजी बेचकर अपना जीवन निर्वहन कर रहे थे। बाड़ी में सब्जी उगाकर दूसरों की तुलना में कम कीमत पर भी बेचा करते थे।

इस घटना में संवेदना जाताते हुए भीम आर्मी छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रमुख ने रामब्रिज की बहन को आपके परिवार के साथ भीम आर्मी के होने का भरोसा दिलाया और सरकार से सीबीआई जांच किए जाने की मांग की है।

 

जानिए पांच पन्ने के सुसाइड नोट में क्या था

 

बठेगा गांव में रहने वाला 52 साल का रामबृज गायकवाड़ का शव इसके बेटे 24 साल के संजू गायकवाड़ के साथ लटका मिला। रामबृज की पत्नी जानकी बाई और इसकी दो बेटियां 28 साल की दुर्गा गायकवाड़ और 21 साल की ज्योति गायकवाड़ का शव घर से कुछ दूरी पर पैरावट में जलता हुआ बरामद किया गया। जब पुलिस ने इनके घर की जांच की तो करीब 5 पेज का सुसाइड नोट मिला। इसके अंत में परिवार से माफी मांगते हुए लिखा गया है, कि अब दुनिया से अलविदा होने का समय आ गया है। आप लोग खुश रहना। जिसकी जो देनदारी मुझ पर निकल रही है, मेरे हिस्से की संपत्ति बेचकर उसे दे दी जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुसाइड नोट में कुछ लोगों के नाम हैं, वो बड़े सूदखोर हैं। ये अवैध ब्याज का धंधा करते हैं। रसूखदार होने के कारण पुलिस इन्हें बचाने का प्रयास कर रही है।

 

भाई ने दोस्त को घर भेजा तो हुआ खुलासा

 

रामबृज गायकवाड़ (52) गांव से कुछ दूरी पर बाड़ी में ही मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे। घर में उनकी पत्नी जानकी बाई (45), बेटा संजू (25) और बेटियां ज्योति (22) और दुर्गा (28) थे। शनिवार को रामबृज के भाई ने उनके तीनों मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया लेकिन सभी स्विच ऑफ थे। इसके बाद रामबृज के भाई ने रामबृज के दोस्त लखन वर्मा को बताया और देखकर आने के लिए कहा।

लखन दोपहर करीब 2.30 बजे घर पहुंचे तो रामबृज और उनके बेटे फंदे से लटके मिले। इसके बाद लखन ने आसपास के लोगों को बताया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को नीचे उतारा। इस बीच किसी ने बताया कि पैरावट में भी शव पड़े हुए हैं।

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट          


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