.

भारत बंद आंदोलन 2 अप्रैल के शहीदों को श्रद्धांजलि देने भीम आर्मी ने राजधानी में निकाला कैंडल मार्च | ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर | (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) | एट्रोसिटी एक्ट (कानून) को सुप्रीम कोर्ट द्वारा लचीला कर दिए जाने के विरोध में एससी- एसटी बहुजन समुदाय के द्वारा 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद कर विरोध जाहिर कर शासन प्रशासन को अवगत कराया था। इस बंद में हुवे विरोध प्रदर्शन के दौरान 13 लोगों की जान चली गई थी। बहुजन समुदाय के उन्हीं 13 शहीदों को श्रद्धांजलि देने भीम आर्मी छत्तीसगढ द्वारा कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।

बता दें कि 1989 में तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने संसद में एक विधेयक पास किया। इसे नाम दिया गया अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989। इस अधिनियम को शिथिल किए जाने के विरोध में बहुजन समुदाय सड़कों पर उतरा था और अपना विरोध प्रदर्शित कराया था।

एट्रोसिटी एक्ट को सुप्रीम कोर्ट द्वारा लचीला किए जाने के विरोध में एससी एसटी वर्ग (बहुजन समुदाय) ने मिलकर के 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद कराया था। उस दौरान आंदोलन करते हुए एससी एसटी वर्ग के देश के विभिन्न जिलों में निखिल, पवनसागर, दीपक मित्तल जाटव, राकेश तमोतिया, विमल प्रकाश, जगरूप दशरथ, आकाश, प्रदीप सिंह, जसवंतपुर बॉबी, अमरेश, गोपी, अंकुर, हरविलास समेत 13 लोग शहीद हुए थे।

उन सभी की शहादत दिवस पर राजधानी रायपुर में भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के नेतृत्व में रायपुर जिला कमेटी के साथ आंदोलन में 2 अप्रैल 2018 को शहीद हुए सभी वीर भाइयों का छायाचित्र लेकर कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई।

राजधानी रायपुर स्थित डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा के पास भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े के साथ प्रदेश सलाहकार प्रमोदकुमार वासनिक, रायपुर जिला अध्यक्ष दुजकुमार भास्कर, जिला उपाध्यक्ष विजय मेश्राम, जिला सचिव नीरज वर्मा, जिला सलाहकार शेखर बागड़े, संजय नायक,हराबाई, शीतल काठले, मेहंदी साहू, प्रिया मेश्राम, प्रकाश के साथ भीम आर्मी के कार्यकर्ता ने श्रद्धांजलि दी।


Back to top button