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CBI करेगी कवर्धा राजमाता के भांजे की हत्या की जांच: पूर्व विधायक पर सुपारी किलिंग का आरोप l ऑनलाइन बुलेटिन

बिलासपुर l (कोर्ट बुलेटिन) l छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुई हत्या की जांच हाईकोर्ट ने cbi से कराने का आदेश दिया है। इस चर्चित हत्याकांड को परिजनों ने सुनियोजित सुपारी कीलिंग बताया है। साथ ही आरोप लगाया है कि पुलिस ने संपत्ति विवाद के चलते हुई हत्या को महज अरहर चोरी करने का मामला बताकर रफादफा कर दिया है।

 

जानकारी के अनुसार, अगस्त 2021 में योगेश्वर राज फार्म हाउस में विश्वनाथ नायर पिता वी.एन.नायर (57) की खून से लथपथ लाश मिली थी। पुलिस ने इस मामले की जांच की और गांव के ही 5 युवकों को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया। उन पर आरोप है कि ग्रामीण युवक फार्म हाउस में अरहर व सबमर्सिबल पंप चोरी करने गए थे। तभी नींद खुलने पर उनकी हत्या कर दी गई।

 

इधर, उनकी पत्नी ज्योति नायर सहित परिवार के सदस्यों ने हत्या को षडयंत्र बताया था। उन्होंने अपने ही रिश्तेदार व पूर्व विधायक योगश्वर राज व उनकी पत्नी कृति देवी सिंह पर सुपारी देकर हत्या कराने के आरोप लगाए थे। उन्होंने पहले स्थानीय पुलिस अफसरों से शिकायत की। फिर पुलिस मुख्यालय सहित राज्य शासन से भी शिकायत कर हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। कोई कार्रवाई नहीं होने पर अधिवक्ता सौरभ डांगी के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जस्टिस रजनी दुबे ने मामले की सुनवाई के बाद हत्याकांड की cbi को जांच करने का आदेश दिया है।

 

साक्ष्य व सबूतों को पुलिस ने नहीं किया एकत्र

 

याचिकाकर्ताओं ने आरोपी लगाया है कि राजपरिवार के फार्म हाउस में हुई हत्या के इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि जिस कार से लोहे के राड वगैरह की जब्ती की गई। उसकी भी जांच कर फिंगर प्रिंट वगैरह नहीं लिए गए। साथ ही सुपारी कीलिंग की आशंकाओं पर भी जांच नहीं की।

 

वसीयत और संपत्ति को लेकर चल रहा है विवाद

 

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सौरभ डांगी ने बताया कि दरअसल, राजमाता ने अपने बेटे योगेश्वर के साथ ही बेटियों के नाम से भी संपत्ति को लेकर वसीयत तैयार की थी। इसमें बेटियों के साथ ही भांजे विश्वनाथ के नाम पर भी संपत्ति है। इधर, योगेश्वर राज ने वसीयत को चुनौती दी है और यह मामला कोर्ट में चल रहा है। उनकी बेटियों ने विश्वनाथ को पावर ऑफ अटार्नी भी दिया है। जिसके आधार पर विश्वनाथ कोर्ट की लड़ाई लड़ रहा था।

 

खून खराबा होने दी थी धमकी

 

याचिका में यह भी बताया गया कि विश्वनाथ की मौत के पहले योगेश्वर ने उसे संपत्ति विवाद के इस केस में नहीं पड़ने की धमकी दी थी और खून खराबा होने की चेतावनी दी थी। हत्या की वारदात के बाद भी योगेश्वर ने कहा था कि उसने पहले ही बोला था कि संपत्ति विवाद में हत्या हो जाएगी।

 

खून से लथपथ मिली थी लाश

 

कवर्धा जिले के पिपरिया थाना के ग्राम इंदौरी और कोसमंदा के बीच राजपरिवार का पुश्तैनी कृषि फार्म हाउस है। खेती-बाड़ी की देखरेख करने वाले राजमाता के भतीजे विश्वनाथ नायर का शव यहीं पड़ा मिला था। पुलिस की जांच के मुताबिक घटना की सुबह खेती बाड़ी के कार्य के लिए मजदूर फार्महाउस पहुंचे तो बाहर का गेट बंद था। मजदूरों ने कमरे में जाकर देखा तो विश्वनाथ नायर का शव खून से लथपथ पड़ा था। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

 

पुलिस ने मामले में कुछ दिन बाद ही खुलासा किया। पुलिस का दावा था कि 5 लोगों ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस के अनुसार 1 आरोपी प्रेमलाल के साथ 4 आरोपी हैं, जो कि पास के ही गांव के रहने वाले हैं। वे चोरी की नीयत से आए थे। शोरगुल की आवाज से विश्वनाथ की नींद खुल गई। जिससे बचने के लिए आरोपियों ने रॉड से सिर पर ताबड़तोड़ वार करके उसकी हत्या कर दी थी।

 

 


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