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‘जिला बनने के बाद ही बनवाऊंगा हजामत’, 21 साल बाद पूरा हुआ संकल्प, तब गुप्ता ने कटाई दाढ़ी | ऑनलाइन बुलेटिन

अंबिकापुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर 32वां जिला बन गया है। इस नए जिले की शुरुआत के साथ मनेंद्रगढ़ के रहने वाले रमाशंकर गुप्ता का भी संकल्प भी पूरा हो गया है। रमाशंकर ने 21 साल बाद अपनी दाढ़ी बनवाई है। गुप्ता ने संकल्प लिया था कि जब तक मनेंद्रगढ़ को जिला नहीं बनाया जाएगा वो अपनी दाढ़ी नहीं कटवाएंगे। सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार को नए जिले का शुभारंभ किया। 1998 में रमाशंकर गुप्ता ने मनेंद्रगढ़ के गांधी चौक स्थित जिस धरना स्थल पर दाढ़ी नहीं बनवाने का संकल्प लिया था उसी धरना स्थल पर शुक्रवार को मांग पूरी हो जाने के बाद उन्होंने दाढ़ी बनवाई।

 

दरअसल, वर्ष 1998 में कोरिया जिले के गठन के बाद मनेंद्रगढ़ को जिला मुख्यालय बनाने को लेकर आंदोलन हुआ था। उस समय आंदोलन के सार्थक नतीजे नहीं आए थे। इसके बाद 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ नया राज्य बना। मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की मांग को‌ लेकर फिर आंदोलन चलाया गया।

 

इसी दौरान रमाशंकर ने गांधी चौक पर संकल्प लिया था कि मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने पर ही वे दाढ़ी बनाएंगे। 15 अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला निर्माण की घोषणा होने के बाद उन्होंने दाढ़ी को कटवाई थी। उस दौरान उन्होंने फिर संकल्प लिया था कि जब तक जिला मुख्यालय में कलेक्टर और एसपी पदभार ग्रहण नहीं कर लेते वे दाढ़ी नहीं बनाएंगे।

 

कलेक्टर-एसपी की ज्वाइनिंग के बाद कटाई दाढ़ी

 

मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बना तब मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की फिर मांग उठी। इसके पहले कोरिया का जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ को बनाने हुए आंदोलन में रमाशंकर ने भागीदारी निभाई थी। रमाशंकर का संकल्प पूरा होने में 21 वर्ष लग गए। सीएम ने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि राज्य में मनेंद्रगढ़ को नया जिला बनाया जाएगा। तब रमाशंकर ने सीएम भूपेश बघेल का आभार भी जताया था।

 

शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनेन्द्रगढ़ – चिरमिरी – भरतपुर को नया जिले के रूप में उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री द्वारा कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का उद्घाटन होने और कलेक्टर- एसपी के पदभार ग्रहण करने के बाद रमाशंकर ने अपनी दाढ़ी गांधी चौक में आकर बनवाई। गुप्ता ने सीएम भूपेश का भी आभार जताया।

 

छत्तीसगढ़ बनने के समय थे 16 जिले, अब 33 हुए

 

कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने अपने कार्यकाल के पौने 4 सालों में अभी तक 6 नए जिलों की घोषणा की। जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ था उस समय राज्य में केवल 16 जिले थे। डॉ. रमन सिंह की 15 साल की सरकार में 11 जिले बनाए गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को 2 नए जिलों सक्ती और मनेन्द्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर का उद्घाटन किया। इसके एक सप्ताह पहले सारंगढ़- बिलाईगढ़, मोहला- मानपुर- अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़- छुईखदान- गंडई जिला की सौगात दी है। नए जिलों को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। छत्तीसगढ़ में जिलों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।

 

 

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट

 

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