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छत्तीसगढ़ में हाथियों ने महिला व पुरुष को कुचलकर मार डाला, 8 ने भागकर बचाई जान, थम नहीं रहा उत्पात | ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर | (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) | प्रदेश में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को धमतरी जिले के ग्राम पंचायत पांवद्वार व रतावा के जंगलों में लकड़ी बीनने गई एक महिला और एक पुरुष को एक हाथी ने कुचलकर मार डाला। हाथी झूंड से अलग होकर गांव से लगे जंगल में मौजूद है। वन विभाग ने गांव में मुनादी कराई है कि जंगल में लकड़ी, महुआ आदि बीनने कोई न जाए। रात के समय घरों में बत्तियां जलाकर उजाला रखें। हाथी की निगरानी भी की जा रही है।

 

मिली जानकारी के मुताबिक नगरी क्षेत्र के ग्राम पांवद्वार के जंगल कक्ष क्रमांक 348 में लकड़ी बीनने ग्राम पंचायत पाइकभाटा निवासी महिला भूमिका मरकाम (38 वर्ष) और पांवद्वार निवासी बुधाम नेताम (45 वर्ष) गए थे। इसी दौरान एक हाथी ने हमला कर दिया। महिला व पुरुष को सूंड से उठाकर पटक दिया और पैरों से कुचल दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई।

 

वन विभाग के अनुसार एक हाथी पास के नदी से पानी पीकर लौट रहा था। तभी महिला व पुरुष का हाथी से सामना हो गया। महिला के साथ 8 अन्य महिलाएं भी लकड़ी इकट्ठा करने गई थी। सभी ने भागकर अपनी जान बचाई।

 

जंगल में नहीं जाने कराई मुनादी

 

हाथी के हमला करने व 2 लोगों की मौत की सूचना पर धमतरी डीएफओ भी घटनास्थल पर पहुंचे। वन परीक्षेत्र अधिकारी जीएस राजपूत, रामाराव बघेल, ग्राम के सरपंच व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतकों के परिवार को वन विभाग द्वारा 25 हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी गई।

 

सीतानदी उदंती टाइगर रिजर्व के उप निदेशक अरुण जैन ने बताया कि एक हाथी 2 दिन पहले झूंड से अलग हो गया था। तब से आसपास जंगलों में अकेले भटक रहा है। गांव में मुनादी कराई गई है कि जंगल में कोई न जाए। वहीं हाथी की निगरानी भी की जा रही है।

 

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट   


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