.

निरीक्षण में कलेक्टर को जेनेरिक की जगह मिले ब्रांडेड दवाइयों के प्रिस्क्रिप्शन, 4 डॉक्टरों को नोटिस | ऑनलाइन बुलेटिन

बैकुंठपुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को जेनेरिक दवाइयां लिखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ब्रांडेड दवाइयां लिखने वाले डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने कहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश को दरकिनार कर कुछ डॉक्टर ब्रांडेड दवा ही लिख रहे हैं। जमीनी सच्चाई जानने कोरिया कलेक्टर खुद फील्ड में उतरे। मेडिकल स्टोर्स में प्रिस्क्रिप्शन की जांच में ब्रांडेंड दवाइयां ही लिखी मिली। कलेक्टर ने 4 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है।

 

सीएम के आदेश की रियलिटी चेक करने कलेक्टर गुरुवार को खुद फील्ड में उतर गए। कलेक्टर अस्पताल और मेडिकल स्टोर पहुंच गए। उन्होंने 2 दिनों में डॉक्टरों द्वारा लिखी गई प्रिस्क्रिप्शन पर्चियों की जांच की। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा मरीजों को जेनेरिक दवाइयों की बजाए ब्रांडेड दवाइयां लिखी मिली।

 

कलेक्टर ने इस पर नाराजगी जताई और मेडिकल कोड ऑफ कंडक्ट के तहत 4 डॉक्टरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि दोबारा ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को औषधि निरीक्षक के साथ संयुक्त रूप से टीम बनाकर लगातार जांच करने को कहा है।

 

सीएम का निर्देश-जेनेरिक दवाइयां ही लिखें

 

बता दें कि सीएम भूपेश बघेल ने नगरीय प्रशासन और आवास पर्यावरण विभागों की बैठक में सोमवार को अफसरों को निर्देश दिए थे कि सरकारी डॉक्टरों ने अगर ब्रांडेड दवा लिखी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कलेक्टरों और सीएमएचओ को निर्देश जारी किया है कि डॉक्टर मरीजों को जेनेरिक दवाइयां ही लिखें।

 

सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में दवा कंपनियों से सांठगांठ कर डॉक्टरों द्वारा ब्रांडेड दवा लिखने की लगातार शिकायतें मिल रही है। मरीजों को अनावश्यक दवाइयां लिखकर आर्थिक नुकसान और दवा कंपनियों का फायदा पहुंचाया जा रहा है।

 

 

 

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट 

 


Back to top button