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सड़क सुरक्षा व जागरुकता का महाभियान सुनो रायपुर थीम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में हुआ दर्ज l ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर l (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) l सड़क सुरक्षा व जागरुकता को लेकर रायपुर पुलिस के अभियान ’सुनो रायपुर’ को यह उपलब्धि हासिल हुई है। रायपुर का नाम एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स व इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया है। एक सप्ताह के अभियान में कई सामाजिक संगठनों सहित स्कूली बच्चों, युवाओं व शहर के नागिरकों ने सहभागिता निभाई थी। सभी ने सुरक्षा नियमों का पालन करने का संदेश देकर रायपुर पुलिस का समर्थन किया था। इस अभियान का नेतृत्व एसएसपी रायपुर प्रशांत अग्रवाल, एडीएसपी ट्रैफिक एम आर मंडावी और डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर ने किया था।

 

सीएम भूपेश बघेल ने भी इस अभियान की सराहना की थी। यही नहीं रायपुर पुलिस के इस अभियान को व्यापक जनसमर्थन भी मिला था। दिव्यांग महाविद्यालय मन के विकलांग बच्चों ने भी अभियान का समर्थन करने हुए एक भावनात्मक वीडियो संदेश दिया था।

 

जागरुकता के लिए सुरक्षा संदेशों वाली तख्तियां, हैंडआउट्स, एलईडी स्क्रीन का भी इस्तेमाल किया गया। कई बच्चों ने अपने बड़ों को सुरक्षा नियमों का पालन कराने आगे आए थे। रायपुर पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग किया गया। इस पहल की सराहना करते हुए इसे एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स व इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल किया गया है।

 

रायपुर पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान एक दिन में 1 लाख 2 हजार 468 नागरिकों द्वारा सड़क सुरक्षा का संकल्प लिया था। रायपुर के लोगों ने पुलिस की सुनो रायपुर थीम पर 26 दिसंबर 2021 से 1 जनवरी 2022 तक आयोजित कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर कर नए साल में सड़क सुरक्षा का संकल्प लिया।

 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी उपयोग किया
सुनो रायपुर अभियान के तहत पुलिस की टीमों और 300 सक्रिय स्वयंसेवकों ने विभिन्न सार्वजनिक स्थानों, बाजार क्षेत्रों, मुख्य चौकों, स्कूलों, शैक्षणिक संस्थानों और वाणिज्यिक क्षेत्रों में यातायात नियमों के बारे में लोगों को जागरूक किया।

 

रायपुर में हर साल 450 की दुर्घटना में मौत

 

गौरतलब है कि भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं। रायपुर जिले में ही हर साल करीब 450 लोगों की मौत सड़क दुर्घटा में होती है। इन मौतों के पीछे मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना, सीट बेल्ट न लगाना और हेलमेट न पहनना है। कुछ लोग शराब पीकर भी गाड़ी चलाते हैं और अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डालते हैं। कई लोगों को सेलफोन का इस्तेमाल करते हुए गाड़ी चलाते हुए देखा जा सकता है। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने से दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है।


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