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नक्सलियों ने बस्तर फाइटर्स भर्ती का किया विरोध, सड़कों को काटा, पेड़ गिराए और बैनर भी लगाए | ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | प्रदेश के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बस्तर फाइटर्स भर्ती का विरोध करते हुए बैनर लगाए हैं। माओवादियों ने इस संदेश को घर-घर तक पहुंचाने और बस्तर फाइटर्स का विरोध करने की बात लिखी है। इसके अलावा रावघाट परियोजना, नारायणपुर में हुए लाठीचार्ज की निंदा और रावघाट के दलालों को मार भगाने की बात लिखी है। नक्सलियों ने कई जगहों पर सड़क भी काट दिए, जिससे आवागमन बंद हो गया है।

बता दें कि बस्तर संभाग के 7 जिलों में 2800 से अधिक स्थानीय युवक-युवतियों की बस्तर फाइटर्स में भर्ती की जानी है। इस भर्ती को लेकर नक्सली काफी नाराज हैं और लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। नक्सलियों के नेलनार एरिया कमेटी ने अबूझमाड़ क्षेत्र के ओरछा मार्ग पर बैनर लगाकर बस्तर फाइटर्स भर्ती का विरोध किया है। नक्सलियों ने कई जगहों पर सड़क भी काट दी गई है। नक्सलियों द्वारा सड़क के बीचों-बीच लगाए गए बैनर में बस्तर के युवाओं से बस्तर फाइटर्स भर्ती में शामिल नहीं होने की अपील की गई है।

 

युवाओं की भर्ती से नक्सलियों की टूटेगी कमर

 

ओरछा ब्लॉक मुख्यालय के नजदीक नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए मंडाली, बटूम के पास पहाड़ी मंदिर के नीचे मुख्य सड़क को जगह-जगह काट दिया। वहीं कई स्थानों पर पेड़ भी सड़क पर गिरा दिए हैं। बैनर में लिखा है कि बस्तर फाइटर्स भर्ती अभियान का सभी युवा विरोध करें। बस्तर फाइटर्स हमें मंजूर नहीं है। बस्तर की जमीन हमारी है, इसे बचाना हैं।

 

ओरछा-नारायणपुर रोड में जगह-जगह सड़क काट देने से मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया था। सूचना मिलने के बाद जवान मौके पर पहुंचे और नक्सल बैनरों को जब्त किया और सड़क को बहाल किया गया। बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि बस्तर संभाग युवाओं की भर्ती होने से नक्सलियों की कमर टूटेगी, इसलिए नक्सली बैनर-पोस्टर लगाकर विरोध जता रहे हैं।

 


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