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देवी-देवता को खुश करने बकरे व मुर्गे की बलि को लेकर बलवा, पत्थर फेंके और लाठी-डंडे चले, दर्जनभर | ऑनलाइन बुलेटिन

रायपुर | [छत्तीसगढ़ बुलेटिन] | प्रदेश के बालोद जिले में मंदिर में बलि देने को लेकर बलवा हो गया। पाटेश्वर धाम मंदिर से लगे पहाड़ी वाले मंदिर में रविवार को तुएगोंदी गांव के आदिवासी ग्रामीण पूजा-पाठ करने पहुंचे थे। पहाड़ी पर आदिवासियों के देवता का भी वास है, इसलिए उन लोगों ने अपनी परंपरा के अनुसार बकरा व मुर्गियों की बलि चढ़ाई। इसकी जानकारी होने पर पाटेश्वर धाम से जुड़े हिंदूवादी संगठन के लोगों ने तुएगोंदी गांव पहुंचकर जमकर हंगामा किया। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया और मारपीट शुरू हो गई। लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थरों से हमला कर दिया।

 

डौंडीलोहारा ब्लॉक के पाटेश्वर धाम से लगे पहाड़ी स्थित पाट पर तुएगोंदी के ग्रामीणों ने देवी-देवता रुष्ट होने की बात कहकर बकरा व मुर्गा की बलि चढ़ाई, जिसके बाद हिंदू संगठनों व गांव के लोगों के बीच पत्थरबाजी व लाठी-डंडों से मारपीट हो गई।

 

घटना में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस 8 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मारपीट व पथराव करने वालों के खिलाफ बलवा का केस दर्ज किया गया है। मारपीट व बलवा की घटना मंचुआ थाना क्षेत्र में हुई है।

 

घटना की सूचना मिलने के बाद मंचुआ थाना सहित आसपास के थानों से पुलिस बल को भेजा गया। पुलिस ने स्थिति संभाली और घटना में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।

 

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के कलेक्टर, दुर्ग रेंज आईजी बद्रीनारायण मीणा और बालोद एसपी गोवर्धन राम ठाकुर डौंडीलोहारा थाने में देर रात तक मौजूद रहे। गांव में तनाव पूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया। एसपी गोवर्धन राम ठाकुर ने बताया कि बलि को लेकर गांव में तनाव हो गया था। फिलहाल माहौल शांत है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। पुलिस की टीम सोमवार को भी गांव में मौजूद है।

 

 

©नवागढ़ मारो से धर्मेंद्र गायकवाड़ की रपट 


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