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एसईसीएल की मदद से कोरबा की 2 साल की मासूम को लगा 16 करोड़ का इंजेक्शन l ऑनलाइन बुलेटिन

बिलासपुर / कोरबा l (छत्तीसगढ़ बुलेटिन) l दो साल की मासूम सृष्टि एक दुर्लभ बीमारी जोलजेस्मा इंजेक्शन स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप टू से ग्रसित थी। जिसका इलाज इतना महंगा था कि इसे कराने की हिम्मत एक आम परिवार में तो कतई नहीं थी। ऐसे में एसईसीएल मसीहा बनकर सामने आया और दुर्लभ बीमारी से ग्रसित 24 महीने की सृष्टि रानी को 16 करोड़ का इंजेक्शन लगा।

 

इंजेक्शन लाने की प्रक्रिया में लगा था टाइम

 

तीन माह पहले एसईसीएल ने इंजेक्शन के लिए 16 करोड़ की मदद की थी। स्विजरलैंड की नोवार्टिस कंपनी से इंजेक्शन मांगने की प्रक्रिया पूरी करने में काफी समय लगा।

 

एम्स में 10 सदस्यीय टीम ने लगाया इंजेक्शन

 

दिल्ली एम्स में डॉ. शेफाली के साथ 10 सदस्यीय टीम ने मासूम को जोलजेस्मा इंजेक्शन लगाया। डॉक्टरों के मुताबिक, सृष्टि के हालत में धीरे-धीरे सुधार होता जाएगा।

ये था मामला

 

दरअसल, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने अपने एक कर्मचारी को तीन महीने पहले 16 करोड़ रुपये का चेक सौंपा था। चेक मिलने के बाद परिवार हैरान है और कंपनी मैनेजमेंट का बार-बार आभार जता रहा था। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी सतीश कुमार रवि की 2 साल की बेटी सृष्टि रानी ‘स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रॉफी’नामक बेहद दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी। अमूमन छोटे बच्चों में होने वाली इस बीमारी में रीढ़ की हड्डी और ब्रेन स्टेम में तंत्रिका कोशिकाओं की कमी से मांसपेशियां सही तरीके से काम नहीं कर पातीं और धीरे-धीरे यह बीमारी जानलेवा होती चली जाती है। इसका इलाज बहुत ही महंगा होता है।

 

 

©बिलासपुर से शैलेन्द्र बंजारे की रपट


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