.

कांग्रेस को मुंबई में एक और झटका लगा सकता, अब बड़ा मुस्लिम नेता छोड़ रहा पार्टी

मुंबई
मिलिंद देवड़ा के इस्तीफा देकर शिवसेना ज्वाइन करने के बाद कांग्रेस को मुंबई में एक और झटका लगा सकता है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस के सीनियर लीडर बाबा सिद्दीकी और बांद्रा ईस्ट से विधायक बेटे जीशान अजित पवार के गुट वाली एनसीपी ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि, इन कयासों को जीशान ने खारिज किया है, लेकिन डिप्टी सीएम अजित पवार की तारीफ करते हुए कहा कि वह (अजित) उन्हें (जीशान) अपने बेटे की तरह मानते हैं। बाबा सिद्दीकी को कांग्रेस का बड़ा मुस्लिम चेहरा भी माना जाता है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के दोनों नेता अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से बातचीत कर रहे हैं और दस फरवरी तक पार्टी में शामिल भी हो सकते हैं। अजित पवार के गुट वाली एनसीपी के एक सीनियर नेता ने बताया कि बाबा सिद्दीकी और जीशान ने अजित पवार से मुलाकात की है और पार्टी में शामिल होने की इच्छा भी जाहिर की।''

कांग्रेस नेताओं को भी इस घटनाक्रम की जानकारी है। मुंबई कांग्रेस के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ''पार्टी के वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं और पार्टी छोड़ने के उनके इरादे के पीछे के मुद्दों को समझने की कोशिश कर रहे हैं।'' पहली बार के कांग्रेस विधायक जीशान ने कहा, ''मैं किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहा हूं। अजीत दादा (पवार) के साथ हमारे पारिवारिक संबंध हैं और उनसे मिलना हमारे लिए कोई नई बात नहीं है।''

जीशान ने आगे कहा, "'मैं उनके (बाबा सिद्दीकी) बारे में नहीं जानता। मैं कांग्रेस के साथ हूं और पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है।'' इसके बाद उन्होंने अजित पवार की प्रशंसा की और कांग्रेस छोड़ने के लिए उनकी आलोचना करने के लिए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की आलोचना भी की। जीशान ने कहा कि मैं उनके (अजित पवार) बेटे जैसा ही हूं। जब मैं अन्याय का सामना कर रहा था, तब वे ही थे जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया था। वह ऐसे नेता हैं, जो हमेशा से ही युवाओं का सपोर्ट करते हैं। वह देर रात तक काम करते हैं, लेकिन फिर भी सुबह छह बजे अपने दिन की शुरुआत करते हैं।

बता दें कि बाबा सिद्दीकी वांद्रे पश्चिम विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि, 2014 के विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी के आशीष शेलार से चुनाव हार गए थे। उन्होंने 2000 की शुरुआत में पूर्ववर्ती कांग्रेस-एनसीपी सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम, खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री जैसे पदों पर काम किया है।

 


Back to top button