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इमोशनल कार्ड, केंद्रीय चुनाव आयोग पर सवाल, शिंदे गुट पर हमला; FB लाइव में क्या बोले उद्धव ठाकरे, पढ़ें | ऑनलाइन बुलेटिन

मुंबई | [महाराष्ट्र बुलेटिन] | चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना के नाम और धनुष-बाण चिह्न को अस्थायी रूप से फ्रीज करने के फैसले के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहली बार कुछ बोला है। उन्होंने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक लाइव के जरिए महाराष्ट्र के लोगों से बातचीत की। इस दौरान एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इमोशनल कार्ड खेला, वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय चुनाव आयोग पर सवाल भी उठाए। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर शिंदे गुट के ऊपर तीखा हमला बोला है।

 

आइए जानते हैं फेसबुक लाइव के दौरान उद्धव ठाकरे ने क्या-क्या बातें कहीं…

 

उद्धव ठाकरे का इमोशनल कार्ड

 

अपने संबोधन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जमकर इमोशनल कार्ड खेला। उन्होंने कहा कि मैं बालासाहेब ठाकरे का बेटा हूं। मेरे पिता और दादा ने मुझे सिखाया है कि अगर आपके अंदर आत्मविश्वास है, तो कोई भी आपको रोक नहीं सकता। उन्होंने ने कहा कि उद्धव कुछ नहीं है, बल्कि यह उद्धव बाला साहेब ठाकरे है। यही वह बात है, जो मुझे खास बनाती है। उन्होंने कहा कि मुझे आज भी याद है कि कैसे 19 जून, 1966 को शिवाजी पार्क में शिवसेना की नींव पड़ी थी। उन्होंने कहा कि बालासाहेब मराठी मानुष के मुद्दे मार्मिक वीकली के जरिए उठाया करते थे।

 

शिंदे गुट पर हमला

 

इस दौरान उद्धव ने एक बार फिर बागियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बगावत करने वालों की नीयत काली होती है। यह लोग शिवसेना को खत्म करने जा रहे हैं। उद्धव ने कहा कि बालासाहेब के बेटे नहीं चाहते थे कि वह मुख्यमंत्री बनें। इसलिए उन्हें भाजपा की मदद से मुख्यमंत्री पद मिला।

 

यहां तक तो ठीक था, लेकिन अब वह शिवसेना प्रमुख बनना चाहते हैं। यह थोड़ा ज्यादा हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आज फिर से इन विद्रोहियों को चुनौती देता हूं। अगर वाकई हिम्मत है तो बालासाहेब ठाकरे नाम का इस्तेमाल किए बिना मैदान में आइए और चुनाव लड़िए।

 

चुनाव आयोग पर हमला

 

इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमने मांग की कि विधायकों की अयोग्यता के मुद्दे पर पार्टी के चुनाव चिह्न पर फैसला नहीं दिया जाना चाहिए। हमारा कहना था कि यह मामला अभी कोर्ट में है, लेकिन चुनाव आयोग ने चुनाव चिह्न फ्रीज कर दिया। कल हमें एक नया चुनाव चिह्न सुझाने का विकल्प भेजने का निर्देश दिया गया।

 

हमने तीन संकेतों का विकल्प दिया है, त्रिशूल, मशाल और उगता हुआ सूरज। शिवसेना के नाम के लिए बालासाहेब ठाकरे, शिवसेना बालासाहेब प्रबोधनकर ठाकरे और शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे का भी सुझाव दिया गया है। अब चुनाव आयोग को इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए। ताकि हम जनता के सामने जा सकें।

 

यूज करेंगे और फेंक देंगे

 

उद्धव ठाकरे अपने फेसबुक लाइव के दौरान शिंदे गुट के विधायकों को आगाह करने वाला एक उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि हम एक विज्ञापन देखते हैं। उसमें एक व्यक्ति सिरप की एक बोतल खरीदता है। वह इसे घर लाता है और सावधानी से इस्तेमाल करता है। हालांकि, सिरप पीने के बाद, वह बोतल को कूड़ेदान में फेंक देता है।

 

उद्धव ने कहा कि भाजपा भी शिंदे गुट के साथ कुछ ऐसा ही करने वाली है। इनका इस्तेमाल खत्म होने के बाद इन्हें भी फेंक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिंदे गुट का इस्तेमाल हो चुका है। इसके जरिए शिवसेना का नाम और सिंबल फ्रीज होना था और ऐसा किया गया।

 

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