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ट्विटर के दिवालिया होने की आशंका, सीनियर ऑफिसर्स के इस्तीफों से बढ़ा डर, एलन मस्क ने खुद दी चेतावनी | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

वाशिंगटन | [वर्ल्ड बुलेटिन] | ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के दिवालिया होने की आशंका जताई है। ट्विटर के दो बड़े एग्जीक्यूटिव्स योएल रोथ और रॉबिन व्हीलर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बुधवार को मस्क के साथ ट्विटर स्पेस चैट को मॉडरेट किया, जहां विज्ञापनदाताओं के दूर होने की चिंताओं को शांत करने की कोशिश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, अरबपति मस्क ने ट्विटर के कर्मचारियों से कॉल पर कहा कि दिवालिया होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। मस्क ने दो हफ्ते पहले ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा था। क्रेडिट एक्सपर्ट्स ने तभी कह दिया था कि इस महंगे सौदे का ट्विटर की वित्तिय स्थिति पर सीधा असर पड़ने वाला है।

 

बताया जा रहा है कि रोथ और व्हीलर ने इसे लेकर पूछे गए सवालों पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले गुरुवार को ट्विटर की चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर ली किसनेर ने ट्वीट करके बताया था कि वह अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं। इतना ही नहीं चीफ प्राइवेसी ऑफिसर डैमिन किरान और मुख्य अनुपालन अधिकारी मैरिएन फोगार्टी भी रिजाइन कर चुके हैं। इन इस्तीफों ने भी ट्विटर की खस्ता वित्तीय हालत की ओर इशारा किया है।

 

अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन का कहना है कि इन प्राइवेसी और अनुपालन अधिकारियों के इस्तीफे के बाद वह ट्विटर पर नजर रखे हुए है। इन इस्तीफों ने ट्विटर को रेगुलेटरी ऑर्डर के उल्लंघन के जोखिम में डाल दिया है। गुरुवार को ट्विटर कर्मचारियों के साथ मस्क की पहली बैठक हुई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने खुद इस दौरान कहा कि कंपनी को अगले साल अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है। हालांकि, ट्विटर की ओर से संभावित दिवालियेपन, एफटीसी चेतावनी या इस्तीफों को लेकर पूछे गए सवाल पर कोई जवाब नहीं आया है।

 

ट्विटर की भारतीय यूनिट को 32 करोड़ का नुकसान

 

ट्विटर की भारतीय यूनिट को 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्तिय वर्ष में करीब 32 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ट्विटर इंडिया ने वित्तिय वर्ष 2020-21 में 7.76 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का कर्मचारी खर्च 2020-21 में 43.25 करोड़ रुपये से रिपोर्ट किए गए वित्तिय वर्ष के दौरान तीन गुना बढ़कर 136.81 करोड़ रुपये हो गया था। हालांकि, ट्विटर इंडिया का राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 82 प्रतिशत बढ़कर 156.75 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 86.36 करोड़ रुपये था।

 

मस्क के आते ही दूर जाने लगे विज्ञापन देने वाले

 

दरअसल, मस्क के सौदे ने ट्विटर को निजी बना दिया है। प्लेटफॉर्म के बोर्ड को भंग कर दिया गया और सीईओ के रूप में उनकी एकतरफा शक्ति को बढ़ाया गया है। मस्क के पास ट्विटर का मालिकाना आते ही विज्ञापन देने वाले दूर जाने लगे। इससे कंपनी को हर दिन 4 मिलियन डॉलर का नुकसान होने लगा। ट्विटर के पुनर्गठन की मस्क की योजना शीर्ष अधिकारियों की छंटनी के साथ शुरू हुई। कर्मचारियों को एक ज्ञापन में मस्क ने छंटनी का बचाव ट्विटर को स्वस्थ रास्ते पर रखने का प्रयास और कंपनी की सफलता को आगे बढ़ाने के लिए दुर्भाग्य से आवश्यक के रूप में किया।

 

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