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Halloween Festival facts: हैलोवीन का कद्दू से क्या है कनेक्शन? जानें क्यों पहने जाते इस फेस्टिवल में डरावने कपड़े | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | Halloween 2022: दक्षिण कोरिया की राजधानी Seol (सियोल) में हैलोवीन पार्टी (Halloween Festival) के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर आई। जिसके बाद लोगों के मन में इस फेस्टिवल के बारे में जानने की उत्सुकता और बढ़ गई है।

 

आइए जानते हैं आखिर क्या है हैलोवीन फेस्टिवल (Halloween Festival) लोग क्यों पहनते हैं इस दिन डरावने कपड़े और कद्दू से क्या है इसका कनेक्शन।

 

कैसे हुई हैलोवीन की शुरुआत?

 

ईसाई समुदाय में 31 अक्‍टूबर को सेल्टिक कैंलेंडर का आखिरी दिन माना जाता है। जिसे हैलोवीन फेस्टिवल के रूप में मनाया जाता है। हैलोवीन की सबसे पहले शुरुआत आयरलैंड और स्‍कॉटलैंड से हुई थी। ईसाई समुदाय के लोगों में हैलोवीन डे को लेकर मान्‍यता है कि भूतों का गेटअप रखने से पूर्वजों की आत्‍माओं को शांति मिलती है। अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोपियन देशों के कई राज्यों में इसे नए साल की शुरुआत के तौर पर भी मनाया जाता है।

 

हैलोवीन का कद्दू कनेक्शन-

 

हैलोवीन फेस्टिवल को मनाने के लिए कई लोग कद्दू को खोखला करके उसमें डरावने चेहरे बनाकर उसके भीतर जलती हुई मोमबत्‍ती रख देते थे। ताकि कद्दू अंधेरे में डरावने दिखें। इन कद्दूओं को ही हैलोवीन कहा जाता था। कई देशों में तो ऐसे हैलोवीन को घर के बाहर अंधेरे में पेड़ों पर लटकाया जाता है जो पूर्वजों का प्रतीक माने जाते हैं। मान्यता है कि हैलोवीन फेस्टिवल खत्‍म होने के बाद इन कद्दूओं को दफना दिया जाता है।

 

क्यों पहने जाते हैं डरावने कपड़े?

 

हैलोवीन डे मनाने के लिए लोग डरावने कपड़े और डरावना मास्क-मेकअप लगाते हैं। दरअसल, इसके पीछे किसानों की मान्यता थी कि बुरी आत्माएं खेती के समय धरती पर आकर उनकी फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यही वजह थी कि लोग इस फेस्टिवल को मनाने के लिए डरावने कपड़े पहनने लगे। हालांकि, इसे लेकर भी लोगों के पास अलग-अलग कहानियां और मान्यताएं हैं।

 

लालटेन जलाने के पीछे का रहस्य

 

हैलोवीन पर लालटेन जलाने के पीछे पश्चिमी देशों में एक लोककथा काफी प्रचलित है, जिसके अनुसार, यह लालटेन पूर्वजों की आत्माओं को रास्ता दिखाने और बुरी आत्माओं से उनकी रक्षा करने का भी प्रतीक मानी जाती है। इसके अलावा इसके पीछे कंजूस जैक और शैतान आयरिश की भी कहानी काफी प्रचलित है। जिसके अनुसार, एक समय में कंजूस जैक और शैतान आयरिश 2 दोस्‍त हुआ करते थे। कंजूस जैक शराबी था। एक बार उसने आ‍यरिश को अपने घर बुलाया, लेकिन उसने आयरिश को शराब पिलाने से मना कर दिया।

 

हालांकि उसने अपने दोस्त को शराब के बदले घर में लगा हुआ कद्दू खरीदने के लिए मना लिया लेकिन बाद में उसने इससे भी इनकार कर दिया। जिसके बाद गुस्साए आयरिश दोस्त ने पंपकिन की डरावनी लालटेन बनाकर उसे अपने घर के बाहर एक पेड़ पर टांग कर पंपकिन के मुहं पर नक्काशी कर दी और उसमें जलते हुए कोयले डाल दिए। इसके बाद बाकी लोगों ने भी सबक के तौर पर जैक-ओ-लालटेन का चलन शुरू कर दिया।

 

इन नामों से भी जाना जाता है हैलोवीन-

 

हैलोवीन दिवस को ऑल हेलोस इवनिंग, ऑल हैलोवीन, ऑल होलोस ईव और ऑल सैंट्स ईव भी कहा जाता है। इस फेस्टिवल पर लोग एक-दूसरे के घर जाकर कैंडी गिफ्ट करते हैं और खोखले कद्दू में आंख, नाक और मुंह बनाकर उसके अंदर मोमबत्ती रख देते हैं।

 

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