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चौपर क्रैश का वीडियो बनाने वाले शख्स के मोबाइल को जांच के लिए भेजा गया l ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली l ऑनलाइन बुलेटिन l सीडीएस बिपिन रावत का तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर कैसे क्रैश हुआ? इसका पता लगाने के लिए ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी चल रही है। कोयंबटूर पुलिस ने उस शख्स के मोबाइल को जब्त करके फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है, जिसने नीलगिरि में बुधवार को चौपर के दुर्घटनाग्रस्त होने से ठीक पहले इसका वीडियो बनाया था।

 

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जंगली जानवरों की आवाजाही की वजह से प्रतिबंधित इलाके में ये क्या करने गए थे। हादसे में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी।

 

 

पुलिस ने कहा कि केस की जांच के हिस्से के रूप में मोबाइल फोन लिया गया है। फोन के मालिक कोयंबटूर के वेडिंग फोटोग्राफर हैं। वह 8 दिसंबर को दोस्तों के साथ नीलगिरि जिले के कट्टेरी इलाके में गए थे, हेलिकॉप्टर के गिरने से ठीक पहले इसका वीडियो बनाया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये जो उस दिन दोस्तों के साथ घने जंगल वाले इलाके में क्यों गए थे, जो कि जंगली जानवरों की आवाजाही की वजह से प्रतिबंधित इलाका है।

 

फुटेज में दिख रहा है कि वायुसेना Mi-17V5 हेलिकॉप्टर घने कोहरे में अचानक गायब हो जाता है। हेलिकॉप्टर के गिरने की तेज आवाज भी आती है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वायुसेना ने एक बयान में लोगों से अटकलों से बचने की अपील की थी। वायुसेना ने दुर्घटना की जांच के लिए ट्राई सर्विसे कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है।

 

 

जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह (को-पायलट), जूनियर वॉरंट ऑफिसर (JWO) राणा प्रताप दास, जेडब्ल्यू अरक्कल प्रदीप, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बीएस तेजा, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंद्र कुमार की मौत हो गई।

 

हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे, जो बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में भर्ती हैं।


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