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कब्रिस्तान में जाकर कंकालों के साथ खेलती है यह विचित्र महिला, तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल | Newsforum

नई दिल्ली | क्या आपने कभी किसी महिला को कब्रिस्तान में जाकर कंकालों के साथ खेलते और उन्हें दुलारते देखा है। ऐसा ही मामला विदेश में सामने आया है, जहां एक महिला नन कब्रिस्तान में मौजूद सभी कंकालों के साथ न सिर्फ खेलती है बल्कि उन्हें लाड़-दुलार भी करती है। तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद इसका खुलासा हो सका है। फिलहाल मामले की पड़ताल चल रही है।

 

एक महिला की बड़ी ही डरावनी तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें वह एक कंकाल को ऐसे दुलराती हुई दिख रही है। जैसे मानों कोई किसी बच्चे के साथ खेल रहा हो। एक स्थानीय कब्रिस्तान में मौजूद महिला उस कंकाल को अपनी गोद में उठाए हुए है और दोनों हाथों से उसे पकड़े हुए है। महिला उस कंकाल को एकटक देख रही है। इतना ही नहीं महिला के बगल में एक कुत्ते का भी कंकाल दिख रहा है और वह कंकाल बैठा हुआ है।

 

दरअसल, यह घटना ब्रिटेन के यॉर्कशायर की है। ‘डेली मेल’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यॉर्कशायर के ‘हल जनरल’ नामक एक कब्रिस्तान में यह महिला नन के ड्रेस में दिख रही है और उसकी गोद में वह कंकाल दिख रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह महिला सिर्फ एक ही नहीं बल्कि इस कब्रिस्तान के सभी कंकालों के साथ ऐसी ही खेलती रहती है। महिला रोज सभी कंकालों को अपनी गोद में उठाती रहती है।

 

इस बार भी लोगों ने कब्रिस्तान में इस महिला को देखा। लोगों ने देखा कि यह नन कंकाल के साथ बेफिक्री से खेल रही है और नाच रही है। रिपोर्ट के मुताबिक एक राहगीर ने इस अजीबोगरीब घटना की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर ली। तस्वीर में महिला के हाथ में इंसान और कुत्ते के कंकाल को साफ देखा जा सकता है। इस नजारे को देखने के लिए लोगों ने अपनी गाड़ियां भी धीमी कर दी और वे हैरान होकर महिला को कंकालों से खेलते देखते रहे।

 

महिला नन इस दौरान क्रीम कलर की ड्रेस पहने हुए थी और सिर पर स्कार्फ लगाए हुए थी। यह तस्वीर वायरल होने के बाद लोग इस पर प्रतिक्रिया भी देने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि यह किसी प्रोजेक्ट का हिस्सा हो सकता है। वहीं कुछ लोगों का यह कहना है कि हो सकता है कि महिला का इन कंकालों के साथ कोई भावनात्मक जुड़ाव होगा। लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो पाया कई सच्चाई क्या है।

 

रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 1847 में बनाए गए इस कब्रिस्तान को 1972 में बंद कर दिया गया था। यहां ज्यादातर सन 1800 के दौरान कॉलरा महामारी से मरने वाले लोगों की लाशें दफनाई गई थी। यानी करीब 50 साल से इस कब्रिस्तान का इस्तेमाल नहीं किया गया है, फिर भी यह महिला लगातार वहां जाती रहती है।


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