देखें VIDEO; भारत माता विधवा नहीं… पत्रकार ने नहीं लगाई थी बिंदी, संभाजी भिड़े का इंटरव्यू देने से इनकार | ऑनलाइन बुलेटिन
मुंबई | [महाराष्ट्र बुलेटिन] | राज्य महिला आयोग द्वारा महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता संभाजी भिड़े को नोटिस भेजा गया है। उन्होंने एक पत्रकार को इंटरव्यू देने से इसलिए इनकार कर दिया था, क्योंकि उसने अपने माथे पर बिंदी नहीं लगाई थी। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और न्यूज चैनल की यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। संभाजी भिड़े ने महिला से कहा, “हर महिला भारत माता की तरह होती है और भारत माता विधवा नहीं होती है।”
आपको बता दें कि संभाजी भिड़े ने हाल ही में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के संग बैठक करने के बाद जैसे ही वे बाहर निकल रहे थे कि उन्हें सैम टीवी न्यूज की महिला पत्रकार ने इंटरव्यू के लिए रोक लिया।
पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए इस घटना के बारे में शेयर किया है। उन्होंने कहा कि बिंदी लगाना या नहीं लगाना, उनकी निजी पसंद है। पत्रकार ने ट्वीट कर कहा, “हम लोगों की उम्र देखकर उनका सम्मान करते हैं। लेकिन लोगों को भी सम्मान के योग्य होना चाहिए। यह मेरी निजी पसंद है कि मैं बिंदी लगाऊं या नहीं। यह लोकतंत्र है।”
आज माझ्यासोबत घडलेला हा सगळा प्रकार.. आपण एखाद्याचं वय बघून त्याला मान देतो मात्र, समोरची व्यक्ती देखील त्या पात्रतेची असावी लागते. मी टिकली लावावी-लावू नये किंवा कधी लावावी हा माझा अधिकार आहे. आपण लोकशाही असलेल्या देशात राहतोय. #democracy #freedom pic.twitter.com/wraTJf8mRn
— Rupali B. B (@rupa358) November 2, 2022
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने बयान की निंदा की और कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता की टिप्पणी एक महिला के गौरव और सामाजिक कद के लिए अपमानजनक है। सोनाली चाकणकर ने कहा, “एक महिला अपने काम की गुणवत्ता से जानी जाती है।” सोशल मीडिया में लोग इस मुद्दे पर वाद-विवाद कर रहे हैं।
नोटिस में कहा गया है, “राज्य महिला आयोग अधिनियम 1993 की धारा 12 (2) और 12 (3) के तहत आपको एक महिला पत्रकार से बात नहीं करने पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा जाता है। आपने उनसे इसलिए नहीं बात की, क्योंकि उसने बिंदी नहीं लगई थी।”
ये भी पढ़ें: