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सिग्नल पर भीख मांगने वाली महिलाएं महंगे होटलों में जींस-टीशर्ट पहने मिलीं, पढ़ें पूरी खबर | Newsforum

नई दिल्ली | चौक-चौराहों और खासकर सिग्नल में खड़े होकर हाथों में छोटे बच्चे लिए भीख मांगती महिलाओं को आपने अकसर ही देखा होगा। देखने में ये महिलाएं गरीबी और हालात की मारी दिखाईं देतीं हैं। जिन पर तरस खाकर हमसे जो बन पड़ता है मदद को हाथ आगे बढ़ा देते हैं लेकिन, हम जिन्हें गरीब, असहाय और हालात की मारी समझकर अपनी गाढ़ी कमाई दे देते हैं। सिग्नल पर फटे-चिथड़ों में दिखाई देने वाली महिलाएं होटल में जींस पहनें मिली।

 

इसका खुलासा पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ। जहां बड़े-बड़े होटलों में शानो-शौकत से रह रहीं महिलाओं का गैंग पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली। सिग्नल पर फटे-चिथड़ों में दिखाई देने वाली महिलाएं होटल में जींस पहनें मिली। गैंग के खुलासे के बाद पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने नाराजगी जताते हुए होटलों में सख्ती से चेकिंग करने के आदेश दिए हैं।

 

होटल में पकड़ीं गईं भीख मांगने वाली महिलाएं न केवल महंगे जींस-टीशर्ट पहने मिलीं बल्कि वे होटल के जिस कमरे में रह रहीं थी उसके एक दिन का किराया जानकर पुलिस के होश फाख्ता हो गए। पूछने पर होटर मैनेजर ने बताया कि ये महिलाएं होटल में 3000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ठहरीं हुईं थीं। खुलासे के बाद पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई हैं।

 

काकादेव पुलिस ने कानपुर के देवकी चौराहे से आठ महिलाओं को गोद में बच्चा लेकर भीख मांगते हुए गिरफ्तार किया था। महिलाएं वाहनों को जबरन रोककर भीख मांग रही थी। इससे पहले भी जबरन भीख मांगने को लेकर बर्रा में भी विवाद हुआ था। गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ के बाद पुलिस ने होटल में छापा मारकर वहां से भीख मांगने वाली 27 महिलाओं व युवतियों को पकड़ा था लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया था।

 

कमिश्नर ने नाराजगी जताई कि बर्रा की घटना के बाद भी महिलाओं ने अभी तक शहर नहीं छोड़ा है। जिसका मतलब है कि होटलों में सही से चेकिंग नहीं की जा रही है। काकादेव पुलिस ने बताया कि सभी महिलाएं घुमंतु समाज की हैं और अलग-अलग शहरों में भीख मांगती हैं। काकादेव इंस्पेक्टर ने बताया कि सभी महिलाएं जरीब चौकी क्षेत्र के होटल में तीन हजार रुपए प्रतिदिन का किराया देकर रह रही थी और दस दिनों से यहां ठहरी हुई थीं।


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