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इस पार्क के नीचे दफन हैं 20 हजार से ज्यादा लावारिस शव, अब भी होती है ‘भूतिया’ जगहों में इसकी गिनती | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | एनवाईसी घोस्ट: न्यूयॉर्क का वॉशिंगटन स्क्वायर सबसे ज्यादा चहल-पहल वाला पार्क है। यहां की लाइटिंग, बाहरी सजावट और पेड़ पौधे लोगों को आकर्षित करते हैं। हालांकि बहुत कम ही लोग जानते हैं कि यह पार्ट श्मशान के ऊपर बना हुआ है। हजारों की संख्या में शव यहां दफनाए गए। यह ऐसी जगह थी जहां पर गरीब, असहाय और लावारिस लोगों की लाशों को दफ्न किया जाता था। बावजूद इसके, यहां रात दिन लोगों का तांता लगा रहता है। ना केवल आसपास के लोग बल्कि पर्यटक भी इस पार्क में आना पसंद करते हैं।

 

न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी के लिए लिखे गए लेख में कारमेन निग्रो ने इस बात का खुलासा किया है। 1797 से 1820 के बीच इस जगह का इस्तेमाल श्मशान के तौर पर ही होता था।

 

यह जमीन सस्ते में मिल गई इसलिए शहर के प्रशासन ने मात्र 4500 डॉलर में यह पूरी जमीन खरीद ली।

 

तब से 200 साल के बाद भी इस पार्क के बारे में कई कहानियां बताई जाती हैं। कई लोग यहां पर तथाकथित भूत देखने का दावा कर चुके हैं।

 

एनवाईसी घोस्ट्स नाम के संगठन ने दावा किया कि यहां अकसर अचानक बहुत ज्यादा ठंड और फिर गर्मी का अहसास होता है। इसके अलावा कोहरे के समय अजीब आकृतियां दिखायी देती हैं। हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई है।

 

एनवाईसी घोस्ट से जुड़े एक घोस्ट हंटर ने कहा, यह और कुछ नहीं बल्कि मौत हो जो कि चारों तरफ घूमती है। यह जगह भूतिया है। बहुत सारे अदृश्य ताकतें अब भी यहां रहती हैं।

 

न्यूयॉर्क में 1797 के बाद लगभग 6 साल बहुत ज्यादा मौतें येलो फीवर की वजह से हुईं। हालात ऐसे थे कि लोगों को दफनाने की जगह नहीं मिलती थी। उस दौरान यहां पर हजारों शवों को दफनाया गया।

 

न्यूयॉर्क पोस्ट के फाउंडर अलैग्जेंडर हमिल्टन को जब पता चला था कि इस कब्रगाह को विकिसित किया जा रहा है तो उन्होंने आपत्ति भी की थी।

 

बहुत सारे लोगों ने शहर के प्रशासन के पास इसकी शिकायत की थी। जब खुदाई होने लगी तो एक के ऊपर एक शवों के अवशेष निकलने लगे।

 

बहुत सारे लोगों का मानना है कि पार्क के उत्तर पश्चिम प्रवेश द्वार के पास जो पेड़ है वह 350 साल पुराना है। इसी पर लटकाकर अपराधियों को फांसी की सजा दी जाती थी। 1825 में इस पार्क को श्मशान की जगह पब्लिक पार्क घोषित कर दिया गया।

 

यहां जब खुदाई की गई तब कंकाल मिले। साल 2013 में भी पार्क के एक कोने में दो कंकाल मिले। इनमें से एक महिला का था और दूसरा 7 साल के बच्चे का था।

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