राजस्थान-नागौर में साइबर ठगी के दिल्ली-उप्र गैंग के आठ आरोपी पकडे
नागौर.
टेलीग्राम और व्हाट्स एप ग्रुप के जरिये पैसा डबल करने का लालच देकर ठगी करने वाले साइबर ठगों को नागौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ऑनलाइन झांसा देकर पैसा लूटने वाले ये साइबर ठग दिल्ली और उत्तरप्रदेश की गैंग से वास्ता रखते हैं। पुलिस ने इनके पास से करीब 20 लाख 35 हजार रुपये की बड़ी रकम बरामद की है। पिछले दिनों नागौर जिले की मेड़ता सिटी में रहने वाली अमनदीप कौर पत्नी संदीप सिंह ने नागौर साइबर थाने में रिपोर्ट दी थी।
अमनदीप कौर पत्नी ने नागौर साइबर थाने में रिपोर्ट दी थी कि कुछ लोग उसे लगातार व्हाट्स एप और टेलीग्राम पर शेयर मार्केट में पैसे जमा करवाने और पैसे डबल करवाने का झांसा दे रहे हैं। इन साइबर ठगों ने एक टॉप वीआईपी स्टॉक ग्रुप बना रखा था, जिसमें ये शेयर मार्केट की जानकारी साझा करते थे। अमनदीप ने बताया कि ग्रुप के एडमिन ने उससे एक फर्जी एप सीएचसी – एसईएस डाउनलोड करवाकर शेयर मार्केट में पैसा इंवेस्टमेंट का झांसा देकर अलग-अलग फर्मों में कुल 20 लाख 35 हजार रुपयों की ठगी कर ली। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए नागौर से आठ आरोपियों को रुपयों समेत गिरफ्तार कर लिया है और अब आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरपीएस, साईबर थाना, नागौर उम्मेदसिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 23 जनवरी को मेड़ता निवासी महिला की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन आरोपियों विकास बंसल, मनोज बंसल, रामकुंवर रमन, गौरव कुमार, मुनीश शर्मा, राजेश कुमार गोयल, तुषार गर्ग और परमजीत खरब उर्फ रिंकू को गिरफ्तार किया है। मामले में अनुसंधान जारी है।
आमजन से अपील
पुलिस ने लगातार ऐसे मामलों को देखते हुए आमजन से अपील की है कि किसी प्रलोभन या लालच में आकर किसी को पैसे नहीं भेजें। साथ ही किसी के साथ अपना एटीएम कार्ड या सिम का लेनदेन करें। ऐसा करने से आपको भी किन्हीं परिस्थितियों में जेल जाना पड़ सकता है।