भारत में पहली बार हम लाए रोजगार बजट, ‘आप’ की विचारधारा के ये हैं 3 स्तम्भ – केजरीवाल | ऑनलाइन बुलेटिन
नई दिल्ली | (नेशनल बुलेटिन) | दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal (अरविंद केजरीवाल) ने मंगलवार को विधानसभा में दिल्ली के बजट पर बोलते हुए रोजगार के मुद्दे पर पूर्व की सरकारों को आड़े हाथ लिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले रोजगार एक ऐसा मुद्दा हुआ करता था जिस पर सिर्फ चुनाव प्रचार के दौरान ही चर्चा होती थी, उसके बाद कोई भी उस मुद्दे पर बात नहीं करता था। आजादी के बाद पहली बार रोजगार को केंद्र में रखकर बजट बनाया गया है।
दिल्ली का ये बजट आजाद भारत के इतिहास में एक ‘रोजगार बजट’ (Rozgaar Budget) है। चुनाव के समय में रोजगार की बात होती है और बाद में कोई बात नहीं होती है। हम 20 लाख नौकरियां देंगे। बजट में इसका पूरा खाका तैयार किया गया है। शिक्षित युवा आज भी रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में, नोटबंदी, जीएसटी और महामारी ने नौकरियों की स्थिति को खराब कर दिया है। हमारा स्वतंत्र भारत का पहला रोजगार बजट है।
आम आदमी पार्टी की विचारधारा के तीन स्तंभ हैं –
1. कट्टर देशप्रेम
2. कट्टर ईमानदारी
3. इंसानियत
दिल दिया है, जाँ भी देंगे,
ए वतन तेरे लिए— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 29, 2022
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की विचारधारा के तीन स्तंभ हैं। पहला कट्टर देश प्रेम, दूसरा स्तंभ कट्टर ईमानदारी और तीसरा इंसानियत। जब रेड लाइट पर गाड़ी रुकती है तब बच्चे भीख मांगते दिखते हैं उनके लिए हम बोर्डिंग स्कूल बनाएंगे। कुछ सरकारों ने भीख-विरोधी कानूनों को पारित किया क्योंकि उनमें मानवता का अभाव था, लेकिन इस बजट में हमने ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगने और नाचने वाले बेघर बच्चों के लिए 10 करोड़ रुपये के बोर्डिंग स्कूल बनाने का फैसला किया है, जहां उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक की फाइलों में बाधा डाली, फिर उन्होंने सीसीटीवी की फाइलों को रोक दिया, लेकिन किसी तरह हमने उन्हें पास करा लिया। पिछले 25 वर्षों से सरकारें काम में देरी और बाधा डालने के लिए थीं। पहली बार ऐसी सरकार बनी है जो लोगों के लिए काम करने में विश्वास रखती है।