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Gadgets Bulletin: वॉट्सऐप का ‘Hi Mum’ मैसेज लोगों से लूट चुका 57 करोड़ रुपए, online धोखाधड़ी से बचने आजमाएं ये टिप्स | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

नई दिल्ली | [ गैजेट्स बुलेटिन] | Gadgets Bulletin: ठग अब परिवार का सदस्य होने का दिखावा कर लोगों को अपना जाल में फंसा रहे हैं और मोटी रमक लूट रहे हैं। वॉट्सऐप पर अलग-अलग तरीकों से जालसाज लोगों को अब निशाना बना रहे हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे रहे हैं, जो आपको online धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने में मददगार साबित हो सकती हैं। खबर को पढ़ें और online धोखाधड़ी से बचने तैयार रहें।

 

Online bulletin dot in द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय ‘Hi Mum’ नाम का स्कैम चर्चा में है, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया में सैकड़ों वॉट्सऐप यूजर्स को 2022 में $7 मिलियन या 57 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। ऑस्ट्रेलियाई उपभोक्ता और प्रतिस्पर्धा आयोग (ACCC) के अनुसार, पिछले तीन महीनों में घोटाले के पीड़ितों की संख्या में दस गुना वृद्धि हुई है।

 

कैसे काम करता है Hi Mum स्कैम?

 

इस खतरनाक घोटाले की शुरुआत पीड़ित को वॉट्सऐप पर एक परिवार के सदस्य या दोस्त के रूप में यह दावा करने वाले मैसेज से होती है कि उन्होंने अपना फोन खो दिया है या डैमेज कर दिया है। एक बार जब वे पीड़ित का विश्वास जीत लेते हैं, तो वे कहेंगे कि उन्हें मदद की जरूरत है, जो ज्यादातर मामलों में पैसों से जुड़ी होती है। पीड़ित तब उन्हें यह सोचकर पैसे भेजता है कि वे अपने बेटे/ बेटी की मदद कर रहे हैं। लेकिन हकीकत में उन्हें ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।

 

हालांकि, भारत में फिलहाल इस तरह के घोटालों की कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन ये मामले ऑस्ट्रेलिया में दर्ज किए गए हैं, भारतीयों द्वारा भी इसे एक चेतावनी के रूप में लिया जाना चाहिए। भारत भी पिछले कुछ वर्षों में साइबर धोखाधड़ी में वृद्धि दर्ज कर रहा है।

 

हाल ही में दिल्ली के एक कारोबारी को बरगलाया गया और उसके कई बैंक अकाउंट से करीब 50 लाख रुपए उड़ा लिए गए। सिम स्वैपिंग, क्यूआर कोड स्कैम और फिशिंग लिंक के कई मामले वायरल हो रहे हैं। इसलिए इन साइबर धोखाधड़ी से खुद को सुरक्षित रखने का एक ही तरीका है कि सावधानी बरतें और जागरूक रहें।

 

यहां हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे रहे हैं, जो आपको online धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने में मददगार साबित हो सकती हैं।

 

  • – अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल को प्राइवेट रखें।

 

  • – जिन वेबसाइटों पर आप भरोसा नहीं करते, उन्हें अपना पर्सनल नंबर शेयर न करें।

 

  • – अपना ओटीपी किसी से शेयर न करें।

 

  • – अपने बैंक कार्ड डिटेल्स जैसे पिन और सीवीवी दूसरों के साथ शेयर न करें।

 

  • – विश्वसनीय और सुरक्षित वेबसाइटों से ही खरीदारी करें।

 

  • – सुरक्षित ब्राउजर्स के माध्यम से इंटरनेट एक्सेस करें।

 

  • – अनजान नंबरों से आने वाले कॉल का जवाब न दें, जो आपको संदेहास्पद लगे।

 

  • – लेटेस्ट फर्मवेयर अपडेट के साथ अपने स्मार्टफोन और लैपटॉप को अपडेट रखें।

 

  • – वॉट्सऐप पर अनजान कॉन्टैक्ट्स द्वारा शेयर किए गए यूआरएल पर क्लिक न करें।

 

  • – कभी भी किसी पर भरोसा न करें यदि वे कॉल करते हैं और कहते हैं कि वे बैंक से कॉल कर रहे हैं और आपके बैंक अकाउंट की डिटेल्स मांगते हैं।

 

  • – और यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जो स्वयं को आपका मित्र या परिवार का सदस्य कहता है, तो हमेशा उनकी पहचान सत्यापित करें।

 

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