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मुख्य यजमान पीएम मोदी के लिए कितनी सुरक्षित सरयू नदी?

अयोध्या.

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए रामलला की मूर्ति गर्भगृह तक पहुंच चुकी है। भव्य समारोह 22 जनवरी यानी सोमवार को होना है। अब खबर है कि यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान सरयू नदी में डुबकी भी लगा सकते हैं। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा के लिए दोपहर 12 बजकर 30 मिनट के मुहूर्त को चुना गया है। पीएम की सुरक्षा के मद्देनजर SPG यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के अधिकारी अयोध्या में सरयू नदी के घाट का जायजा ले रहे हैं।

बुधवार को स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ एसपीजी की टीम ने घाट के कई हिस्सों का दौरा किया। इस दौरान यह पता लगाया गया कि पीएम की डुबकी के दौरान सुरक्षा कवर किस तरह दिया जा सकता है। हालांकि, अब तक आधिकारिक कार्यक्रम तय नहीं किया जा सका है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पीएम ने अधिकारियों से संभावनाएं तलाशने के लिए कहा है। 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम में मुख्य अर्चक की भूमिका निभाने जा रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही मुख्य यजमान होंगे। दीक्षित ने उन खबरों का खंडन किया कि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा 'प्राण प्रतिष्ठा' से जुड़े अनुष्ठान में यजमान होंगे। दीक्षित बुधवार को वाराणसी से अयोध्या के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि पूर्व में उन्होंने राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ स्थित भगवान राम मंदिर में और ओडिशा के एक मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम संपन्न कराए थे।


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