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नेश्नल टीचर्स क्रिएटिव फोरम का “बाबा साहेब तुम्हें नमन” वेबिनार, वक्ताओं ने कहा- भारत में महिला सशक्तीकरण के असली नायक डॉ. आंबेडकर थे | newsforum

रायपुर | भारतीय संविधान के निर्माता, भारत रत्न व बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की 130 वीं जयंती अवसर पर 14 अप्रैल 2021 की दोपहर 2 बजे नेश्नल टीचर्स क्रिएटिव फोरम द्वारा “बाबा साहेब तुम्हें नमन” वेबिनार का आयोजन किया गया। “बाबा साहेब तुम्हें नमन” वेबीनार की अध्यक्षता शासकीय कन्या उच्चतर-माध्यमिक विद्यालय बालोद, छत्तीसगढ़ के प्राचार्य अरूण कुमार साहू ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामभक्त यादव ने कहा कि भारत रत्न डॉ. आंबेडकर जी का पूरा जीवन संघर्ष करते हुए बीता।

 

उन्होंने न केवल वंचित वर्ग के लिए संघर्ष किया बल्कि महिलाओं के सम्मान के लिए भी जीवनभर लड़ाई लड़ी। आज हर कोई महिला सशक्तीकरण का श्रेय लूटने में लगा है। हकीकत में भारत में इस बदलाव के असल नायक बाबासाहब भीमराव डॉ. आंबेडकर थे। आज उनकी 130वीं जयंती है। उन्होंने ही भारतीय संविधान का निर्माण किया ताकि न्यायपूर्ण समाज की स्थापना हो सके।

 

“बाबा साहेब तुम्हें नमन” वेबिनार कार्यक्रम में एनटीसीएफ के अध्यक्ष अरुण कुमार साहू ने आमंत्रित वक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर ने लोकतंत्र की अवधारणा से मनुष्य की गरिमा को श्रेष्ठतम स्तर तक उठाने का भी एक अहम दायित्व से लोगों को जागरूक किया। उन्होंने ऊंच-नीच व अस्पृश्यता मिटाने के लिए बड़े काम किए। आज का नव-भारत उन्हीं की देन है। उन्होंने वंचित वर्गों के साथ ही भारत की महिलाओं के लिए भी बड़े काम किए।

 

“बाबा साहेब तुम्हें नमन” वेबिनार के प्रारंभ में बालोद जिले की शिक्षिका श्रीमती सरस्वती रामटेके ने विश्व रत्न डॉ. आंबेडकर जी की स्तुति प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारतीय समाज में अशिक्षा, अज्ञानता, कुरीतियों एवं संकीर्ण मानसिकता की बेड़ियों को तोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

 

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से शिक्षक अब्दुल वाजिद ने कहा कि संविधान का मसौदा बनाने के लिए गठित समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने भारत में स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को इंसानियत का धर्म माना।

 

कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम की उद्घोषिका छत्तीसगढ़, रायगढ़ से शिक्षिका सुश्री पुष्पा पटनायक ने कहा कि किसी भी जाति की उन्नति उस जाति की महिलाओं की प्रगति से आंकी जाती है। कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती कैशरीन बेग ने खड़गपुर {पश्चिम बंगाल} से सुकृता सरकार, उत्तर प्रदेश से प्रधान अध्यापिका श्रीमती गार्गी गुप्ता, आलिया खान, धर्मेंद्र श्रवण, सुरेंद्र सोनी, कोरबा {छत्तीसगढ़} से शिक्षिका श्रीमती द्रौपदी साहू, बालोद से शिक्षिका श्रीमती सरस्वती रामटेके, सुरेंद्र मानिकपुरी एवं समस्त सदस्यों का आभार व्यक्त किया।

©Draupadi Sahu, Korba, Chhattisgarh

©द्रौपदी साहू की रपट, कोरबा, छत्तीसगढ़    


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