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षड्यंत्र है जातिवाद | ऑनलाइन बुलेटिन

©हरीश पांडल, विचार क्रांति, बिलासपुर, छत्तीसगढ़


 

 

जातिवाद बनाने का

षड्यंत्र है लड़ाने का

बड़े बड़े बलशालियों को

युद्ध में हराने का ?

जातिवाद बनाने का

षड्यंत्र है लड़ाने का।

क्या मजाल था कि

मुट्ठी भर लोग

शासक बन जाते ?

क्या मजबूरी है कि

बहुसंख्यक समाज

याचक बन जाते ?

अचूक शस्त्र बनाया गया

जातिवाद की प्रथा

चलाया गया ।

असर कर गया उनका

अमोध अस्त्र ।

दुर्बल लोग

सबल को धूल चटाने का

षड्यंत्र है लड़ाने का

जातिवाद बनाने का

हम पर वे अन्याय

कर रहे हैं ,

फिर भी हम उनके पैर

पड़ रहे हैं,

ऐसी प्रथा वे हम पर

मढ़ दिये

काल्पनिक चरित्रों के किस्से

गढ़ दिये

करवाया प्रारंभ हमसे

पत्थरो को पूजवाने का

षड्यंत्र है लड़ाने का

जातिवाद बनाने का

मानव मानव है एक समान

फिर कोई कैसे तुच्छ

फिर कोई कैसे उच्च ?

सबमें है जान

सबको है ज्ञान

इस कला का खोज हुआ

जातिवाद पर शोध हुआ

लोगों को कैसे रखते हैं

मुट्ठी में ?

इस रहस्य का बोध हुआ

फिर सामंतों ने किया प्रारंभ

अपने आपको महाराज

कहाने का

जातिवाद बनाने का

षड्यंत्र है लड़ाने का …


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