.

पर्यावरण | Newsforum

©हरीश पांडल, बिलासपुर, छत्तीसगढ़


 

 

ऐ पर्यावरण

कौन कर रहा

तेरा हरण

लाख उन्नति

कर ले इंसान

आना पड़ेगा

तेरा शरण

ऐ पर्यावरण

कौन कर रहा

तेरा हरण

छीन कर तेरी

आजादी

कर रहे हैं इंसा

अपनी बर्बादी

काट रहे हैं वृक्ष

पाट रहे हैं तरण

ऐ पर्यावरण

कौन कर रहा

तेरा हरण

संपत्ति का संरक्षण

इंसा,

भावी पीढ़ी के लिए

कैसे कर रहे हैं ,

पर्यावरण का संरक्षण

भावी पीढ़ी के लिए

क्यों नही कर रहे हैं,

पर्यावरण के अभाव में

प्रदूषण के प्रभाव में

भावी पीढ़ी क्या

जी पायेंगे

पर्यावरण नहीं बचा तों

शुद्ध वायु

शुद्ध जल

कहां से पायेंगे

संपत्ति का क्षरण

भले ही हो जाये

पर्यावरण का क्षरण

मत करो,

वृक्षों की, नदियों की

रक्षण का

सब प्रण करो

ऐ पर्यावरण

कोई नहीं करेगा

तेरा हरण

हम सब विश्व

के मानव

पड़ते हैं पर्यावरण

तेरा चरण ??????

??????

जल है तो कल है

हवा ही

संपूर्ण जीवों

की दवा …


Back to top button