बे खौफ | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

©बिजल जगड
खुशहाली ए वतन दुनिया के दिल पे हर-सू परचम उड़ाए जाओ।
है ज्योत सत्य अहिंसा की बे खौफ वंदेमातरम नारे लगाएं जाओ।
है ईश्वर अल्लाह की गूंज बराबर, गंगाजी की लहरें गीत सुनाती,
तेरी छाती धर्म समुंदर बे खौफ वंदेमातरम के नारे लगाएं जाओ।
नग्मे है रूह अफजा,सारे जहां से अच्छा है हिंदुस्तान हमारा,
है जिस में रोशन फ़ज़ाएँ, बे खौफ वंदेमातरम के नारे लगाएं जाओ।
शाख़ों पे गीत गाएँ फूलों पे सोने की चिड़ियां चहचहाएँ,
ये आलम है गुल्सिताँ का,बे खौफ वंदेमातरम के नारे लगाएं जाओ।
स्वराज का झंडा है बुलंद, चरखे की तोप चक्र सुदर्शन,
हिमाला की वादियां बोले,बे खौफ वंदेमातरम के नारे लगाएं जाओ।
आजादी के दीप जलाएं, हुब्ब-ए-वतन का मिलके राग गाएँ,
अंधेरे हार गए जिंदाबाद,बे खौफ वंदेमातरम के नारे लगाएं जाओ।©
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