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मैं | newsforum

©नीरज सिंह कर्दम, बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश

परिचय : शिक्षा – 12th,  रुचि – कविता लिखना, अवार्ड- डॉ भीमराव आंबेडकर नेशनल फेलोशिप राष्ट्रीय अवार्ड 2019, डॉ. भीमराव आंबेडकर नेशनल फेलोशिप राष्ट्रीय अवार्ड 2020-21 के लिए चयनित.

 


 

 

काश ! कोई

पूछे मुझसे

कि मैं क्या हूँ ?

मैं कौन हूँ ?

मैं सर उठाकर

बताने में

असमर्थ हूँ ।

क्योंकि

मैं इंसान नहीं रह गया हूँ ।

मैं हिंसा, व्याभिचार, भ्रष्टाचार

और अपराध का

प्रतिरूप बन चुका हूँ ।

मैं हिन्दू मुस्लिम

सिख ईसाई,

जाति धर्म में

बंट चुका हूँ ।

मंदिर मस्जिद

बन चुका हूँ ।

मानों जैसे मुझे

मानवता से

सरोकार नहीं है ।

मैं राजनीति का

वो हिस्सा बन गया हूँ ।

जो लोगों से झूठे वादे कर

सत्ता हासिल करते हैं ।

और छोड़ देते हैं

उन्हें उनके हाल पर ।

और भूल जाते हैं

अपने कर्तव्यों को ।

मुझे तो अब

आईने से भी

द्वेष हो गया है ।

क्योंकि

उसमें दिखता है कि

मैं एक सीधा साधा

इंसान होते हुए भी

आज कितना खूंखार हो गया हूँ ।

आज मैं

मैं नहीं रहा ।

 

 


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