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चल चला चल | Newsforum

©हरीश पांडल, बिलासपुर, छत्तीसगढ़


 

काम करने से पहचान

बनता है,

पहचान बनने से नाम भी

बनता है,

लोग सहयोग और समर्थन

करते हैं,

बाद में अपने ही लोग टांग

खिंचते हैं,

सहयोग और समर्थन छोड़

अनदेखा करते हैं,

फिर भी कटु सत्य है कि बढ़ते

कदम

आगे ही बढ़ते हैं,

विचार क्रांति ना रुकता है

ना झुकता है,

विचारधारा तो किसी के रोके

नहीं रुकता है,

फिक्र ना कर हरीश,

विचारों की प्रवाह और

तेज कर,

विरोध करने वाले,

विचारों की आंधी में

उड़ जायेंगे

समता समानता और बंधुत्व

को मानने वाले

विचार क्रांति संग जुड़ जायेंगे

चल चला चल

विचार क्रांति

चल चला चल

सुन कर तेरी पुकार

कोई साथ आने

हो ना हो तैयार

हिम्मत ना हार

विचार क्रांति

चल चला चल

तू हमेशा

चल चला चल …


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