.

नव वर्ष आया …

©द्रौपदी साहू (शिक्षिका), कोरबा, छत्तीसगढ़


 

 

नव वर्ष आया, नव वर्ष आया,

झूमो, गाओ, फरियाद करो।

 

बीते बरस में जो गम मिले,

हर गम दिल से भुलाते चलो।

 

नयी उमंगे मन में जगा कर,

प्यार के गीत गाते चलो।

 

मन से दया और मन से है प्रेम,

सबके हृदय में प्रेम धुन बजाते चलो।

 

शिकवे हो या शिकायत किसी से,

भूलो उन्हें और माफ करो।

 

रूठे को मना लो सोए को जगा लो,

हंसते मुस्कुराते सारे पल बिता लो।

 

नव वर्ष आया, नव वर्ष आया,

झूमो, गाओ, फरियाद करो …

 


Back to top button