छोड़ तोता रटंत | newsforum
©हरीश पांडल, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
पढ़ थोड़ा समझ ज्यादा
इतिहास लिखने कर इरादा
तोता रटंत करने के कारण
हमको नहीं मिला निवारण
गैरों के लिखे को पढ़ते रहे
उनके सिद्धांतों पर चलते रहे
सवर्ण शासक बने रहे
शोषितों को अधिकार
पूरा मिला ना आधा
पढ़ थोड़ा समझ ज्यादा
इतिहास लिखने कर इरादा
जिन सामाजिक व्यवस्थाओं
से तू गुजर रहा है
क्या तेरी हालात सुधर रहा है
समस्याएं तेरी बढ़ गईं
या समस्याओं से घिरा हुआ है
संख्या तेरा ज्यादा है
फिर भी तू डरा हुआ है
तुझे क्यों नहीं लगता कि
तू जीते जी मरा हुआ है
व्यवस्था परिवर्तन में
बुजुर्गों ने जान दे दी
तू उन्हीं व्यवस्थाओं
के बीच घिरा हुआ है
महापुरुषों के पदचिन्हों
पर चलने का कर वादा
पढ़ थोड़ा समझ ज्यादा
इतिहास लिखने कर इरादा
मूलनिवासी रीति
सदा चली आई
मानव मानव
सब भाई भाई
मानव मानव में
जो भेद करें
सबके दिलों में
वह छेद करें
पुरा नहीं तो समझो आधा
पढ़ थोड़ा समझ ज्यादा
इतिहास लिखने कर इरादा ….