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बोलें मीठे बोल | Onlinebulletin

©द्रौपदी साहू (शिक्षिका), कोरबा, छत्तीसगढ़ 

परिचय– गाइडर जय भारत इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल, जिला उपाध्यक्ष- अखिल भारतीय हिंदी महासभा.


Onlinebulletin.in | कोयल और उसकी मीठी आवाज़ से सभी परिचित हैं। सभी को कोयल की आवाज़ प्रिय है क्योंकि उसके बोल मीठे हैं। कोयल की कुहू-कुहू की आवाज़ सुनकर सबका मन प्रसन्न हो जाता है। हमें भी कोयल की तरह मीठे बोल बोलने चाहिए। मीठी बोली मन को सुकून देती है और जीवन को खुशनुमा बनाती है।

 

हर किसी के साथ हमारा व्यवहार सरल हो और हमारी वाणी में मिठास हो। हम जब भी किसी से बात करते हैं, जिस ढंग से बात करते हैं, हमें उसकी प्रतिक्रिया भी उसी अंदाज में मिलती है। जब हम किसी से विनम्रता पूर्वक मीठी वाणी में बात करते हैं तो हमें उसका जवाब भी उसी तरह मीठी वाणी में मिलता है और अपनेपन का अनुभव होता है। जब हम किसी से गुस्से में बात करते हैं तो सामने वाला भी वैसा ही गुस्से में जवाब देता है। इस तरह हम जो बोलते हैं और जैसा बोलते हैं, उसका जवाब और परिणाम हमें वैसा ही मिलता है। इसलिए हमेशा मीठे बोल बोलें!

 

कभी-कभी हमारी मीठी वाणी किसी के लिए प्रेरणा बन जातीं हैं और किसी की जिंदगी बदल देते हैं। हमारी वाणी किसी के लिए अमृत तो किसी के लिए विष बन जाते हैं। कभी हमारी मीठी आवाज़ से सुनने वाले का सारा थकान दूर हो जाता है, तो कभी हमारे कटु वचन चिंताग्रस्त कर देते हैं।

 

कई बार व्यक्ति के ऊँचे पद में होने व अनुभवी होने के अभिमान के कारण उनकी वाणी और व्यवहार में परिवर्तन आ जाते हैं और वे मीठे बोल नहीं बोल पाते। वे अपने कर्मचारियों पर अधिकार जताते हैं व घमंड के कारण सहज भाव से नहीं बोल पाते, जिससे उन कर्मचारियों में उनके प्रति सम्मान का भाव कम हो जाता है और वे अपनी समस्या व अपनी बातें सहजता से उनके समक्ष कहने से डरते हैं।

 

तो क्या हुआ? अगर आप अधिकारी हैं! तो क्या हुआ? अगर आप ऊँचे पद में हैं! सबसे पहले तो आप एक इंसान हैं ! इंसानियत के नाते हर किसी से सहजता पूर्वक व्यवहार करना आपका कर्तव्य है। अपनी वाणी में मधुरता लाएँ और हर किसी से मृदु भाव से बोलें। मधुर वाणी से रिश्तों में भी मधुरता बनी रहती है। कभी-कभी कामकाजी लोगों को उनके मालिक की कर्कश वाणी, कभी इतने चुभ जाते हैं कि वे काम छोड़ देते हैं या कभी-कभी तनावग्रस्त होकर दुनिया छोड़ने की बात सोच लेते हैं। इस तरह कटु वचन कई लोगों के लिए जानलेवा भी साबित होते हैं।

 

मीठे बोल बोलिए और खुद प्रसन्न रहकर दूसरों को भी प्रसन्न रखें! अहम् भाव को त्याग कर सरल व्यवहार कीजिए! अपने क्रोध पर नियंत्रण रखते हुए, मधुरता से समस्याओं को सुलझाइए! हृदय में रस घोलने वाले मीठे बोल ही आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने में सहायक होंगे।


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