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भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर विषेष | ऑनलाइन बुलेटिन

©रामभरोस टोण्डे

परिचय– बिलासपुर, छत्तीसगढ़


 

 

 

जीवन था उनका संघर्षों से भरा,

अपने हर वादे को किया पूरा ।

देशहित में किया संविधान निर्माण,

आओ मिलकर करें उनका सम्मान।

 

न्याय और जाति वाद से लिया लोहा,

लोगों के मन को मोहा ।

महिलाओं और दलितों को दिये अधिकार।

सभी के सपनों को किया साकार।

 

अनेक कष्टों को सहकर ,

पाया शिक्षा का अधिकार।

जाति प्रथा और छुआछुत की ,

समस्या पर किया वार ।

 

नींद अपनी खोकर जगाया हमको,

आँसू अपने गिराकर हँसाया हमको।

कभी मत भूलना उस महान इंसान को,

जमाना कहता हैं बाबा साहेब अंबेडकर जिनको।

 

बाबा भीमराव अंबेडकर बड़े कृपालु थे ,

दिल में रखते बड़े बड़े अरमान ।

सबके दिलों से ऊंच नीच का भेद भाव मिटाया।

सबको सम्मान से जीना सिखाया।

 

नहीं मिल पाती खुशियाँ ,

हमें इस वतन में ।

अगर इस देश का संविधान ,

बाबा साहेब ने लिखा न होता ।


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