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टूटी कस्ती से पतवार बना | newsforum

©राहुल सरोज, जौनपुर, उत्तर प्रदेश


 

चल राही इतिहास बना।

चल राही इतिहास बना,

जो जग गूंजे वो ध्वनि बन जा,

किसकी डर तुझको लागे है,

जब आगे तेरी मंज़िल है,

तूं पीछे पीछे क्यूं भागे है।

 

जो जीत मिली तू जग पाया,

हर पल एक नया सवेरा है,

गर हार गया तो क्या खोया,

कुछ भी इस पल ना तेरा है।

 

हिम्मत को हथियार बना,

टूटी कस्ती से पतवार बना,

सपनों पर अपने रह तूं अडिग,

कर ले हासिल जो तेरा है,,

चल राही इतिहास बना,

अब हर पल एक नया सवेरा है …


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