हम सब हैं एक जैसे मांस का टुकड़ा | Newsforum
©सीमा वर्मा, (सरू दर्शिनी), बिलासपुर, छत्तीसगढ़
ना कोई छोटा ना कोइ बड़ा
हम सब है एक जैसे मांस का टुकड़ा
ना तू अछूत ना मैं अछूत
ना मैं ऊंचा ना तू ऊंचा
तू मेरा अपना मैं तेरा अपना
चल साथ चलते हैं चार कदम
ना यहां तेरा बसेरा ना मेरा
बस फिर किस बात का ये मसला
किस बात का जात पात का ढिंढोरा
जब चाहिए खून तो कोई ना पूछे जात
ना ही होती अमीरी गरीबी की बात
जब आपदा में हम हो जाते हैं साथ
तो फिर क्यों सुख में संग
बैठ नहीं खाते हैं भात
चल अब से ही सही करते
हैं एक नई शुरुआत
दूर करते हैं जात पात का
मिल कर ये मसला साथ
थोड़ा सा तू कदम बढ़ा थोड़ा मैं
चल करते एक नया आगाज
भाई चारे की कायम करते हैं
मिल कर हम सब मिसाल
ना कोई छोटा ना कोई बड़ा
हम सब है एक जैसे मांस का टुकड़ा
ना तू अछूत ना मैं अछूत
ना मैं ऊंचा ना तू ऊंचा …
परिचय: शिक्षा- बीएससी बायोलॉजी, मास्टर ऑफ सोशल वर्क, एलएलबी अध्यनरत, सम्मान- बाल गौरव सम्मान, बेस्ट वूमेन ऑफ छतीसगढ़, छतीसगढ़ माटी सपूत सम्मान, यूपी मिनिस्टर स्वामीप्रसाद मौर्य से सम्मानित, नवल किशोर स्मृति सम्मान {यूपी} और अबतक क्षेत्रिय और राष्ट्रीय स्तर के दो दर्जन से ज्यादा पुरस्कार प्राप्त.