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जिसने रक्तदान किया | Newsforum

©राजेश कुमार मधुकर (शिक्षक), कोरबा, छत्तीसगढ़ 


 

 

किसी की जान को बचाना है

अपने शरीर में ही खजाना है

बस थोड़ी- सी हमें लुटाना है

दु:खी घर को उसने मान दिया

जिसने अपना रक्तदान किया

 

खून क्यों दे अक्सर सोचते हैं

सच कहूँ तो वह खून नहीं है

जीवन को चलाने का अमृत है

उसने जीवन को परवान दिया

जिसने अपना रक्तदान किया

 

छोटा सा सार्थक काम हमारा

जीवन किसी के हो उजियारा

उनके उम्मीदों का बने सहारा

जीने का उसने अरमान दिया

जिसने अपना रक्तदान किया …

 


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