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तू सलामत रहे l ऑनलाइन बुलेटिन

©गुरुदीन वर्मा, जी.आज़ाद

परिचय- बारां(राजस्थान)


 

 

दुहा यह हमारी है ,तू खुशहाल रहे।

हम रहे या ना रहे,तू सलामत रहे।।

दुहा यह हमारी——————–।।

 

 

इन तेरी आँखों से , गिरे नहीं कभी ऑंसू ।

खुशी हो तेरे लबों पे, नूर आँखों में रहे।।

दुहा यह हमारी——————–।।

 

 

गम का कोई साया, नहीं हो तेरे जीवन में।

महकते फूलों से सदा, आबाद तेरा चमन रहे।।।

दुहा यह हमारी———————-।।

 

 

मंजिल के हर कदम पर, मिले जलते चिराग।

रहे जहान में तू कहीं भी,रोशन तेरे ख्वाब रहे।।

दुहा यह हमारी———————–।।

 

 

छँट जाये कोहरा और बादल, सवेरा तेरे पथ में हो।

ज्योति तेरी जिंदगी की दोस्त, हमेशा जलती रहे।।

दुहा यह हमारी————————।।


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