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विधायकों को दी जाएगी विभागवार जिम्मेदारी

भोपाल

बुधवार से शुरू हो रहे विधानसभा के सत्र को लेकर मंगलवार की शाम को कांग्रेस विधायक दल ने अपनी रणनीति बनाई। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी इस बैठक में बातचीत हुई। बैठक एक निजी होटल में रखी गई। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मौजूद रहे।

विधानसभा सत्र को लेकर इस बैठक में सबसे पहले चर्चा हुूई। जिसमें सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में सत्र की सभी बैठकें कराए जाने पर भी चर्चा हुई। पार्टी कुछ विधायकों को विभागवार जिम्मेदारी दी गई, जिस पर वे फोकस करते हुए सरकार से सदन के भीतर और बाहर जवाब मांग कर सकें।

खबर है कि विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा होने के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर भी इस बैठक में चर्चा होने की खबर है। बैठक में सभी विधायकों से उनके क्षेत्र के सबसे बेहतर उम्मीदवार को लेकर राय ली ली गई है। विधायकों की राय को प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह एआईसीसी तक पहुंचाएंगे। साथ ही विधायकों से यह भी पूछा गया है कि उनके क्षेत्र में कांग्रेस की अब क्या स्थिति हैं, लोकसभा चुनाव में पार्टी कि उनके क्षेत्र में कितनी संभावना हैं।

उमंग का आरोप- सरकार अपना संकल्प पत्र भूलती जा रही
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार अपना संकल्प पत्र भूलती जा रही है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भले ही संकल्प पत्र को गीता और रामायण कह लें, लेकिन भाजपा के लोग ही अपने संकल्प पत्र को भूलते जा रहे हैं। सिंघार ने कहा कि लाड़ली बहना को अपात्र करने की कोशिश शुरू हो गई है। भाजपा ने धान और गेहूं को जिस समर्थन मूल्य पर खरीदने की बात संकल्प पत्र में की थी, उस मूल्य पर धान और गेहूं की खरीदी नहीं हो रही है। सिंघार ने कहा कि डॉ. यादव भी अपनी ब्रांडिंग करने में लगे हुए हैं। सिंघार ने दावा किया है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है।


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