मूडीज का भरोसा जी-20 देशों में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा
नईदिल्ली
दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से दौड़ लगा रही भारतीय इकोनॉमी (Indian Economy) के लिए अब 7 समंदर पार से एक शानदार खबर आई है. दरअसल, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने 2024 के लिए भारत की विकास दर के अनुमान में भारी इजाफा किया है. मूडीज के ताजा अनुमान के मुताबिक कैलेंडर ईयर 2024 में भारत का GDP ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रह सकता है. इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने इस साल के लिए 6.1 फीसदी की विकास दर का अनुमान लगाया था.
मूडीज ने अपना ये अनुमान अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के उम्मीद से बेहतर आंकड़ों के सामने आने के बाद लगाया है. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर इस तिमाही में हुए कमाल के बाद कैलेंडर इयर 2023 में भारत की विकास दर 7.7 फीसदी रही है. चौथी तिमाही में भारत का ग्रोथ रेट 8.4 परसेंट था.
ग्लोबल सुस्ती के बीच दमदार रफ्तार!
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के मुताबिक सरकार का कैपिटल एक्सपेंडीचर पर बढ़ता खर्च और मजबूत मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ ने 2023 में भारत की विकास दर को इस बुलंदी पर पहुंचाया है. भारत की ये रफ्तार इसलिए भी काबिलेतारीफ मानी जा रही है, क्योंकि बीते साल ग्लोबल आर्थिक सुस्ती से लेकर भू-राजनीतिक तनाव तक वैश्विक परिस्थितियां ग्रोथ के लिहाज से माकूल नहीं थीं. मूडीज के मुताबिक खराब परिस्थितियों में भारत के इस प्रदर्शन के बाद सुधरते ग्लोबल हालातों के बीच भारत की आर्थिक ताकत इस साल ज्यादा मजबूत हो सकती है. ऐसे में भारत के लिए इस साल 6-7 फीसदी की विकास दर हासिल करना मुश्किल नहीं होगा.
जी-20 में भारत सबसे तेजी से बढ़ेगा
मूडीज ने भरोसा जताया है कि जी-20 देशों में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा. मूडीज ने 2025 में भारत की GDP ग्रोथ 6.4 परसेंट रहने का अनुमान लगाया है. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि आर्थिक इंडिकेटर्स से पता चल रहा है कि जुलाई-सितंबर और अक्टूबर-दिसंबर तिमाही की मजबूत रफ्तार 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में भी जारी है.
मूडीज ने कहा है कि मजबूत जीएसटी कलेक्शन, बढ़ती वाहन बिक्री, कंज्यूमर कॉन्फिडेंस और डबल डिजिट में हो रही क्रेडिट ग्रोथ से शहरी डिमांड में मजबूती का संकेत मिल रहा है. वहीं मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की PMI में इजाफा ठोस आर्थिक रफ्तार का सबूत है. इसी के साथ जिस तरह से सरकार ने अंतरिम बजट में कैपिटल एक्सपेंडीचर के लिए 11.1 लाख करोड़ रुपये यानी GDP के 3.4 फीसदी के बराबर खर्च करने का लक्ष्य रखा है इससे भी तेज रफ्तार के आगे जारी रहने का भरोसा है. 2023-24 के अनुमान के मुकाबले पूंजीगत खर्च 16.9 फीसदी ज्यादा है.
स्थिर सरकार बनेगा सुपरफास्ट रफ्तार की वजह
मूडीज ने चुनावों के बाद देश में स्थिर सरकार बनने और पॉलिसी के मामले में निरंतरता जारी रहने की उम्मीद जताई है. वहीं रेटिंग एजेंसी को भरोसा है कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर भी सरकार भारी भरकम खर्च को जारी रखेगी. लेकिन मूडीज ने निजी निवेश की धीमी रफ्तार को चिंता की वजह करार दिया है. हालांकि दुनियाभर में सप्लाई चेन के डायवर्सिफिकेशन को लेकर जारी कसरत का फायदा भारत को मिलने का अनुमान रेटिंग एजेंसी ने जताया है.
इसके अलावा PLI स्कीम्स से भी निवेशकों की भारत में दिलचस्पी बढ़ने की उम्मीद है. 2024 में भारत, इंडोनेशिया, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे कई जी-20 देशों में चुनाव होने वाले हैं. मूडीज ने कहा कि चुनावों के नतीजों का असर देश की सीमाओं के भीतर ही नहीं बाहर भी दिखाई देता है. मूडीज के मुताबिक इन चुनावों में जो नेता चुने जाएंगे उसका असर अगले चार से पांच साल के दौरान घरेलू और विदेशी नीतियों पर साफ दिखाई देगा.