ऑनलाइन बुलेटिन : एक स्वप्न स्थगन…

🔊 Listen to this ©नीलोफ़र फ़ारूक़ी तौसीफ़ परिचय- मुंबई, आईटी टीम लीडर   मूंद कर आँखें, अभी सोये थे, हसीं ख़्वाब अभी पिरोये थे। सुनसान सड़क पे तन्हा पाया, दो हैवान सामने से निकल आया। कभी कलाई तो कभी कंधे पे हाथ, चारों ओर देखा कोई नही था साथ। चीखना चाहा तो आवाज़ न आई, … Continue reading ऑनलाइन बुलेटिन : एक स्वप्न स्थगन…