ऑनलाइन बुलेटिन : आगे पितर पाख…

🔊 Listen to this ©अशोक कुमार यादव परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.   आवत हें मोर पितर मन, पन्द्रह दिन ताते-तात खवाहूँ। ओरिया के ओरी-ओर, चाउर पिसान के चउक पुरहूँ।।   चिरई, मंदार, अउ कोहड़ा के फूल ल ओरियाए हौंव। गोरसी के आगी म भात, गुर अउ घीव के हुम देहौंव।।   बबा, ददा, बेटा, भाई मन … Continue reading ऑनलाइन बुलेटिन : आगे पितर पाख…