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भारतीय नोट पर छपते रहे हैं मंदिर-उपग्रह, बांध और अशोक स्तंभ के फोटो, जानें करेंसी का पूरा इतिहास | ऑनलाइन बुलेटिन

नई दिल्ली | [नेशनल बुलेटिन] | दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा ही हिंदुत्व की राजनीति करने के चलते भारतीय मुद्रा रुपये पर महात्मा गांधी के साथ भगवान गणेश और लक्ष्मी की फोटो छापने की पैरवी की, जिसको लेकर बहस छिड़ गई है।

 

वहीं, देश में पहले से ही अलग-अलग मूल्य के नोट पर मंदिर ही नहीं, उपग्रह, बांध, उद्यान तक के फोटो छपते रहे हैं। जानिए, नोट और उस पर फोटो छापने के इतिहास के बारे में।

 

देश में कागजी मुद्रा की शुरुआत कब हुई?

 

भारत में कागजी मुद्रा की शुरुआत 1770 में हुई थी, जब पहली बार बैंक ऑफ हिन्दुस्तान ने रुपये को नोट के रूप में छापा। तब ये नोट कोलकाता (तब कलकत्ता) में छापे गए थे। ब्रिटिश राज में पहली बार कागजी नोट 1917 में छापे गए थे। वहीं, 1928 में महाराष्ट्र के नासिक में नोट छापने की अनुमति दी गई।

 

RBI के पहले नोट पर किसकी तस्वीर थी?

 

भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को हुई थी। अपनी स्थापना के करीब तीन साल बाद जनवरी 1938 में आरबीआई ने पहली बार पांच रुपये का नोट जारी किया था। इस नोट पर ‘किंग जॉर्ज VI’ की तस्वीर प्रकाशित हुई थी।

 

आजाद भारत का पहला नोट कौनसा था?

 

आजादी के बाद भारतीय मुद्रा में कुछ बदलाव किए गए और नए नोट छापे गए थे। आजादी के बाद देश में सबसे पहले एक रुपये का नोट छापा गया था। इस नोट को भारतीय मुद्रा के रूप में 12 अगस्त 1949 को जारी किया गया। इस नोट पर अशोक स्तंभ का चित्र प्रकाशित किया गया था।

 

महात्मा गांधी की फोटो पहली बार कब छपी?

 

आरबीआई ने नोट पर पहली बार महात्मा गांधी की फोटो उनके जन्म शताब्दी वर्ष 1969 में छापी थी। वह फोटो जन्मशती स्मारक डिजाइन की गई थी और उस फोटो में पीछे सेवाग्राम आश्रम भी था।

 

नोट पर और कौन-कौनसी तस्वीरें छापी गईं?

 

  1. – आजादी के बाद 1949 में एक रुपये का नोट जारी करने के बाद उसमें कई बार बदलाव किए गए। इस नोट पर गेटवे ऑफ इंडिया, बृहदेश्वर मंदिर के चित्र भी छापे गए थे।
  2. – 1954 में 1000, 5000 और 10,000 के नोट भी छापे गए थे। इनमें 1000 के नोट पर तंजोर मंदिर, 5000 के नोट पर गेटवे ऑफ इंडिया, 10000 के नोट पर लॉयन कैपिटल, अशोक स्तंभ के चित्र थे।
  3. – एक रुपये के नोट पर ऑइल रिग, दो के नोट पर आर्यभट्ट उपग्रह, पांच के नोट कृषि यंत्रीकरण, 10 के नोट पर राष्ट्रीय पक्षी मोर, 20 के नोट पर कोणार्क सूर्य मंदिर के रथ का पहिया और कश्मीर के शालीमार बाग, जबकि 100 के नोट पर हीराकुंड बांध का चित्र भी छापा गया था।

 

टैगोर और कलाम की तस्वीर वाले नोट पर भी चली बात

 

इसी साल जून में यह बात सामने आई थी कि आरबीआई रवींद्रनाथ टैगोर और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीर वाले नोट जारी करने पर विचार कर रहा है। यह भी कहा गया कि वित्त मंत्रालय के अधीन काम करने वाले सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने टैगोर, महात्मा गांधी और कलाम के वॉटरमार्क वाले दो सेट आईआईटी दिल्ली के पास भेजे और उन दोनों सेट में से चयन करने को कहा गया। हालांकि बाद में आरबीआई ने इससे इनकार कर दिया।

 

इन देशों में एक से अधिक व्यक्तियों वाले नोट

 

अमेरिका और जापान में एक से अधिक व्यक्तियों वाले नोट की छपाई की जाती है। अमेरिकी डॉलर पर जॉर्ज वाशिंगटन, अब्राहम लिंकन तक की तस्वीर दिखाई देगी। वहीं, जापान की मुद्रा येन पर भी कई तस्वीरें दिखाई देती हैं।

 

नोट या उस पर तस्वीर छापने का यह है नियम

 

आरबीआई एक्‍ट 1934 के सेक्‍शन 25 के तहत केंद्रीय बैंक और केंद्र सरकार मिलकर नोट और उस पर तस्‍वीर छापने का फैसला करती है। इसमें कोई बदलाव करना है तो भी दोनों का संयुक्‍त पैनल ही इस पर फैसला करता है।

 

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